- Home
- Uncategorized
- मुख्यमंत्री ने बिरहोर जनजाति की 12 वीं उत्तीर्ण पहली छात्रा निर्मला को आगे की पढ़ाई के लिए स्वीकृत किया एक लाख रुपए का स्वेच्छानुदान : पढ़ाई के लिए हरसंभव मदद और नौकरी देने का दिया आश्वासन…
मुख्यमंत्री ने बिरहोर जनजाति की 12 वीं उत्तीर्ण पहली छात्रा निर्मला को आगे की पढ़ाई के लिए स्वीकृत किया एक लाख रुपए का स्वेच्छानुदान : पढ़ाई के लिए हरसंभव मदद और नौकरी देने का दिया आश्वासन…
रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की विलुप्त होती बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति की कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने पहली छात्रा कुमारी निर्मला को आगे की पढ़ाई के लिए स्वेच्छा अनुदान से एक लाख रुपए की राशि मंजूर की है। उन्होंने निर्मला को शासकीय नौकरी देने तथा आगे की पढ़ाई की निःशुल्क व्यवस्था का भी आश्वासन दिया है।
निर्मला ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने निर्मला की शिक्षा के प्रति ललक की सराहना करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना आशीर्वाद दिया। उन्होंने निर्मला को शोभा टाह फाउंडेशन की ओर से एक लेपटॉप भेंट किया। कृषि मंत्री रवींद्र चौबे और नगरीय विकास मंत्री डॉ शिव डहरिया, फाउंडेशन के संस्थापक अनिल टाह और सहयोगी अमर गिदवानी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कुमारी निर्मला बिरहोर जनजाति की पहली छात्रा हैं, जिन्होंने इस वर्ष 12 बोर्ड की परीक्षा 58 प्रतिशत अंकों के साथ नियमित छात्रा के रूप में उत्तीर्ण की है। जशपुर जिले के दुलदुला विकासखण्ड के झरगांव निवासी निर्मला के पिता कुँवरराम, माता श्रीमती बिरसमनी बाई, बिरहोर समाज के जगेश्वर राम ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री के पूछने पर निर्मला ने बताया कि वे पढ़ाई पूरी करने के बाद शिक्षिका बनना चाहती हैं। निर्मला के पिता कुँवरराम वनोपज संग्रह और मजदूरी करते हैं
behtarsamvad
ADVERTISEMENT






