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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 संसदीय सचिवों को दिलायी शपथ

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम अपने रायपुर निवास परिसर में आयोजित सादगीपूर्ण एवं गरिमामय समारोह में 15 विधायकों को संसदीय सचिव के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
नव-नियुक्त संसदीय सचिवों में चिंतामणी महाराज ने संस्कृत में शपथ ली, जबकि पारसनाथ राजवाड़े, श्रीमती अंबिका सिंहदेव, चन्द्रदेव प्रसाद राय, द्वारिकाधीश यादव,  गुरूदयाल सिंह बंजारे,  इंद्रशाह मण्डावी,  कुंवरसिंह निषाद, डॉ. श्रीमती रश्मि आशीष सिंह,  रेखचंद जैन, सुश्री शकुन्तला साहू, शिशुपाल सोरी,  यू.डी. मिंज,  विकास उपाध्याय और  विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने बारी-बारी से हिन्दी में शपथ ली।
शपथग्रहण के बाद मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने सभी नव नियुक्त संसदीय सचिवों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सभी संसदीय सचिवों को अनुभवी मंत्रियों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने नवनियुक्त संसदीय सचिवों से इस अवसर को सीखने के रूप में लेने और अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से पूरा करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की सफलता के लिए अपने क्षेत्र में पकड़, प्रशासकीय काम-काज की जानकारी तथा विधानसभा की गतिविधियों में पारंगत होना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और लोगों को राहत पहुंचाने में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य रहा है। इसके लिए उन्होंने आम नागरिकों, शासन-प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, संगठनों एवं समाजसेवी संस्थाओं के योगदान की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट की चुनौती अभी समाप्त नहीं हुई, इससे लड़ना पड़ेगा। इससे बचाव के तरीके को कड़ाई से अमल में लाने की भी अपील की। उन्होंने इस मौके पर राजीव गांधी न्याय योजना का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश और दुनिया का ऐसा पहला राज्य है, जो गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए किलो में गोबर खरीदने की शुरूआत करने जा रहा है। समारोह में गोधन न्याय योजना का लोगों ने करतल ध्वनि कर समर्थन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों, ग्रामीणों, आदिवासियों और श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से कोरोना संकट काल के दौरान सीधे राशि उपलब्ध कराई गई है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में मंदी का असर नहीं हुआ है। प्रदेश सरकार ने जनहितैषी नीतियों का पालन किया है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था बेहतर और गतिशील रही है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, सांसद श्री पी. एल. पुनिया, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत सहित प्रदेश सरकार के सभी मंत्रीगण, विधायकगण, अनेक जनप्रतिनिधि सहित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह का संचालन मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ने किया एवं आभार प्रदर्शन सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री डी. डी. सिंह ने किया।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के तुरंत बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के अनुमोदन से सभी नव-नियुक्त संसदीय सचिवों को मंत्रियों से सम्बद्ध करने का आदेश भी जारी कर दिया गया। जिसके तहत संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव को स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से, श्री विनोद सेवन चंद्राकर और श्री गुरूदयाल सिंह बंजारे को स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव से सम्बद्ध किया गया है। श्री चन्द्रदेव प्रसाद राय और श्री शिशुपाल सोरी को वन एवं परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर से, सुश्री शकुन्तला साहू को कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे के साथ, श्री विकास उपाध्याय और श्री चिंतामणि महाराज को गृह और लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू से, श्रीमती अंबिका सिंहदेव को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ग्रामोद्योग मंत्री श्री गुरू रूद्रकुमार से, श्री यू.डी. मिंज को वाणिज्यिक कर (आबकारी) और उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा से सम्बद्ध किया गया है।
संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े को उच्च शिक्षा और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल से, श्री इंद्रशाह मण्डावी को राजस्व एवं वाणिज्यिक कर (पंजीयन एवं मुद्रांक) मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल से, श्री कुंवरसिंह निषाद को खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत से, डॉ. श्रीमती रश्मि आशीष सिंह को महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया से तथा श्री रेखचंद जैन को नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया से सम्बद्ध किया गया है।

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