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स्वरुपानंद महाविद्यालय में प्रतियोगी परीक्षा हेतु सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन समारोह संपन्न..

”स्वरुपानंद महाविद्यालय में प्रतियोगी परीक्षा हेतु सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन समारोह संपन्न“

भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई में गणित विभाग, कला संकाय, ट्रैनिंग एवं प्लेसमेंट सेल एवं द्रोणाचार्य आईएएस एकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में प्रतियोगिता परीक्षा के तैयारी हेतु सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन सत्र संपन्न हुआ। कॉम्पिटेटिव एटिट्यूड लॉजीकल रिजनिंग जनरल स्टडी सीजी पीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पन्द्रह दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स के उद्घाटन समारोह श्री गिरीश हरमुख डायरेक्टर द्रोणाचार्य आईएएस एकेडमी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ श्रीमती हंसा शुक्ला ने की। इस अवसर पर सौरभ श्रीवास फैक्लटी द्रोणाचार्य आईएएस एकेडमिक, श्री ओम प्रकाश खरे एल्मुनाई उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये श्रीमती मीना मिश्रा विभगााध्यक्ष गणित ने कहा स्नातक होने के बाद विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते है इस प्रमाण पत्र कोर्स का प्रमुख उद्देश्य गणित के विभन्न विषयों की जानकारी देना है जिससे विद्यार्थी कम समय में ही प्रश्नों को हल कर सकें व प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो सके।
अपने उद्बोधन में श्री गिरीश देशमुख ने कहा कोई भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिये हम किताबी क्रीड़ा बनने की आवश्यकता नहीं है हमें विषय को समसमायिकता व दैनिक जीवन से जोड़कर पढ़ना चाहिये। हमें गुणवत्ता पूर्वक तैयारी करनी चाहिए जिससें प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो सकें। उन्होंने बताया अधिकारी बनने के लिये समस्या के समाधान करने की क्षमता होनी चाहिए।
सभी विषयों की सामान्य जानकारी हो हार्ड स्टडी की बजाय स्मार्ट स्टडी पर ध्यान देना चाहिये। उन्होंने बताया फेसबुक, इंस्टाग्राम से जुड़ना गलत नहीं है आप इसका कैसे उपयोग करते है इस पर निर्भर है आप इससे पढ़ सकते है अपने सामान्य ज्ञान को अपडेट कर सकते है यह हथियार है अच्छा या बुरा आपके प्रयोग पर निर्भर है रटने के बजाय ठीक से पढ़ने पर उन्होंने बल दिया व बताया वस्तुनिष्ठ प्रश्न हल करें, अपनी कमी न देखे आप कहां स्टॉंग है यह देखे कोई भी विषय पहले बार पढ़ने से कठिन लगता है पर बार बार पढ़ने से वह सरल हो जाता है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारणी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने कहा अपनी रुचि को समझे व लक्ष्य निर्धारित करें। परीक्षा के प्रारुप को समझते हुये अपनी तैयारी की रणनीति बनाये कड़ी मेहनत के साथ मार्गदर्शन की भी आवश्यकता पढ़ती है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कार्यक्रम आयोजन के लिये बधाई देते हुये कहा आज का समय प्रतिस्पर्धा का है एक नंबर मायने रखता है। अतः सतत् प्रयास करते रहना जरुरी है तभी हम सफलता प्राप्त कर सकते है।
बीएड एल्मुनाई ओमप्रकाश खरे जिसने छत्तीसगढ़ सीजीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है अपने अनुभवों को साझा किया व कहा आज में जो भी हूॅं महाविद्यालय द्वारा समय-समय पर आयोजित सर्टिफिकेट कोर्स, अतिथि व्याख्यान, लाईब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षा पुस्तकों के कारण हूॅं। उन्होंने कडी मेहनत, लक्ष्य निर्धारण के साथ दोस्तों का सर्कल बनाने की बात कही जिसके साथ समूह चर्चा करते हुये पढ सकें।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. सावित्री शर्मा प्रोफेसर, स.प्रा. निधि पाण्डे, स.प्रा. लीना रावटे, स.प्रा. गोल्डी राजपूत ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा.गणित एकता पाण्डे ने व धन्यवाद स.प्रा. गठित कामिनी वर्मा ने किया।
कार्यक्रम में सभी संकाय के प्राध्यापक व विद्यार्थी सम्मिलित हुये।

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