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बीएसपी को एमएसएमई उद्योगों की जरूरत, उन्हें काम की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी: अंजनी कुमार

बीएसपी को एमएसएमई उद्योगों की जरूरत,
उन्हें काम की कोई कमी नहीं होने
दी जाएगी: अंजनी कुमार

एमएसएमई जिला उद्योग संघ एवं बीएसपी
प्रबंधन की संयुक्त बैठक स्थानीय एमएसएमई उद्योगों को पर्याप्त
काम ना मिलने का मुद्दा उठाया
अध्यक्ष झा ने

भिलाई नगर। एमएसएमई जिला उद्योग संघ एवं बीएसपी प्रबंधन की एक संयुक्त बैठक बुधवार, 27 जुलाई को ईडी वर्क्स अंजनी कुमार के कांफ्रेंस हाल में हुई। संघ के अध्यक्ष के के झा ने स्थानीय एमएसएमई उद्योगों को पर्याप्त काम ना मिलने तथा पुन: एसेसमेंट के नाम पर उद्योगों को परेशान किए जाने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। इस पर ईडी वर्क्स अंजनी कुमार का स्पष्ट कहना था कि बीएसपी को एमएसएमई उद्योगों की जरूरत है। हमें स्थानीय एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देना है। उन्हें काम की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। यदि इंक्वायरी में कोई कमी हुई है तो इसकी समीक्षा की जाएगी।

एमएसएमई उद्योगों के समक्ष आ रही परेशानियों को प्रमुखता से उठाते हुए संघ के अध्यक्ष श्री झा ने स्पष्ट कहा कि जब यहां के स्थानीय उद्योगों को काम की कमी है तो फिर नए रजिस्ट्रेशन एवं इंस्पेक्शन के बिना स्थानीय एवं बाहरी उद्योग रिनुअल नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष पहले संयंत्र की 3 सदस्य समिति द्वारा हर एक उद्योग का एसेसमेंट किया गया था। जिसमें बहुत सारे इंडस्ट्रीज को बंद करने की रिपोर्ट दी गई थी। अब डेढ़ वर्ष बाद पुनः एसेसमेंट की क्या जरूरत आ पड़ी ?

श्री झा का कहना था कि डेढ़ वर्ष में ऐसा क्या हो गया कि फिर से इंस्पेक्शन किया जाएगा, जबकि बाहरी उद्योगों का कोई इंस्पेक्शन नहीं होता, ना हुआ है। इंस्पेक्शन के नाम पर पहले 40 उद्योगों को होल्ड कर रखा गया है, अब इस बार भी 10 से 15 छोटे उद्योगों को होल्ड कर दिया जाएगा। जिसका कोई औचित्य नहीं है। श्री झा का कहना था कि कोरोना वायरस से उबर कर छोटे-छोटे उद्योग अभी खड़े हुए हैं, उस पर 12 लोगों की टीम का इंस्पेक्शन के नाम पर उद्योगों में पहुंचना औद्योगिक क्षेत्र के लिए सुखद नहीं है।

श्री झा ने आग्रह किया कि जो अपनी इकाई का अपडेट किए हैं वे लोग व्यक्तिगत रूप से एप्लीकेशन दें और व्यक्तिगत रूप से इंस्पेक्शन करवाएं। उनकी इकाई को अपग्रेड किया जाए। अपग्रेड के लिए कोई पाबंदी नहीं है। इंस्पेक्शन त्वरित गति से किया जाए,उसे लटका कर न सका जाए।

उन्होंने कहा कि प्लांट के भीतर इंस्पेक्शन डिपार्टमेंट द्वारा सप्ताह में दो बार पीएमआई कराई जानी चाहिए और सीपीडी में माल उसी को दिया जाए जो समय पर माल आपूर्ति कर सके। साथ ही उनकी कार्यक्षमता एवं पिछला परफारमेंस भी देता जाए। एमएसएमई संघ के अन्य पदाधिकारियों ने भी एमएसएमई उद्योग के समक्ष आ रही परेशानियों को ईडी वर्क्स के सामने रखा।

ईडी वर्क्स अंजनी कुमार ने सबकी बातों को गंभीरता से सुना और कहा कि हम चाहते हैं काम करने वालों को ही काम मिले। इंक्वायरी की कोई कमी नहीं है। इस वर्ष भी बहुत ज्यादा इंक्वायरी गई है। यदि कोई कमी है तो हम बैठ कर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां इंक्वायरी में काम करने वालों का समावेश नहीं हो रहा है उसे गंभीरता से देखा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्लांट में एमएसएमई की जरूरत है। हमारा रुख सकारात्मक है। यदि कहीं पर एमएसएमई उद्योगों को तकलीफ हो रही है तो हम उन तकलीफों को दूर करने के लिए तैयार हैं।

ईडी वर्क्स ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जब भी एमएसएमई उद्योग वाले आपसे मिलते हैं तो काम कैसे बढ़ाया जाए इसे लेकर उन्हें सलाह दें।
ईडी वर्क्स अंजनी कुमार ने एमएसएमई उद्योग वालों को भी सलाह दी कि वे डिपार्टमेंट में जाकर बताएं कि वे इस काम के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। इससे एक पारदर्शिता आएगी और इंक्वायरी देने में हमें भी सहूलियत होगी।

एमएसएमई संघ के उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह खुराना ने ईडी वर्क्स एवं एमएम की टीम का धन्यवाद दिया कि उन्होंने टेक्निकल टर्म्स में आई एक दिक्कत का तत्काल निराकरण किया। यह निराकरण एमएसएमई उद्योगों के हित में था।

बैठक में संयंत्र के सारे उच्च अधिकारी एवं मटेरियल मैनेजमेंट के अधिकारी उपस्थित थे। प्रमुख रूप से सीजीएम सर्विसेज पी के सरकार, सीजीएम इंचार्ज सर्विसेज एस एन अबिदी, सीजीएम प्रभारी एमएंडयू असीत शाहा, सीजीएम एमएम तपन कुमार, सीजीएम मैकेनिकल श्री सोनटके, जीएम एमएम के सी मिश्रा, डीजीएम एडीएस मनोहर शर्मा, एडी मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जिला उद्योग संघ की ओर से उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह खुराना, महासचिव अंकित मेहता, वरिष्ठ पदाधिकारी व्यास प्रसाद शुक्ला एवं चरणजीत सिंह खुराना उपस्थित थे।

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