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वक्ता मंच की काव्य गोष्ठी संपन्न…

वक्ता मंच की काव्य गोष्ठी संपन्न…

रायपुर। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज रायपुर के जिला ग्रंथालय के हाल मे वक्ता मंच की काव्य गोष्ठी संपन्न हुई। इसमें राजधानी व आसपास के 40 कवियों ने शिरकत कर हिंदी, छत्तीसगढ़ी व उर्दू भाषा में काव्य पाठ कर स्वाधीनता आंदोलन के संघर्षपूर्ण दौर को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला शिक्षा कार्यालय के लेखापाल जी एल धीवर थे। अध्यक्षता वरिष्ठ कवियित्री किरण लता वैद्य ने की। शिक्षाविद् व प्राचार्य एम आर सावंत तथा वरिष्ठ साहित्यकार चेतन भारती विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। काव्य गोष्ठी का प्रभावी संचालन वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने किया। प्रमुख प्रस्तुतियां इस प्रकार रही:-
समीर ठाकुर:-
तीन रंग का कपड़ा नही
यह ध्वजा देश की शान है
इसके नीचे सदा रहे हम
यही मेरे अरमान है।
अनिल श्रीवास्तव “जाहिद”:-
तिरंगा आन है अपनी तिरंगा जान है अपनी,
न धन दौलत न शोहरत, तिरंगा शान है अपनी।
डॉ बीना सिंह:-
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान देखती हूँ
पल पल फहराता तिरंगा देखती हूँ
गुझियों और सेवईयों में मुझे फर्क नही लगता
हर दिन एक होता हिंदुस्तान देखती हूँ।
सफदर अली ” सफदर “:-
खाते है कसम हम कारगिल के शहीदों की
कश्मीर तो क्या उसकी तस्वीर भी नही देंगे
मो हुसैन:-
अमृत महोत्सव का जोश है हर एक दिल के अंदर
हम ही रचेंगे हम ही रखेंगे अपना भारत सुंदर।
चेतन भारती:-
माँ भारती पूछती है चंद्रशेखर आजाद से
आजाद किये हो क्यों मुझको
आजाद तुम ही बतलाओ
बंद हो चुके आज तुम्हारी कुर्बानी के चर्चे
भूखा भारत ढो रहा है महंगे चुनावों के खर्चे
किरणलता वैद्य:-
वतन से प्यार है जिनको वतन पे जान देते है
हर एक राग में बहकर लहू अपना बहाते है
हिफाजत की तिरंगे की हथेली में जान रखकर
गाते गीत वंदेमातरम सरहद पे जाते है।
नरेंद्र कुमार साहू “पार्थ”:-
मातृभूमि की चरणों में, कर जोर वंदन हैं।
माथे तिलक करते हैं, ये मिट्टी नहीं चंदन है।
वर्षों जकड़ी रही मां भारती, जंजीरों से गुलामी की।
जुल्म होता अश्रु बहती, सपने थे आजादी की।
कार्यक्रम में शुभम साहू, दुष्यंत साहू, यशवंत यदु, प्रगति पराते, शिवानी मैत्रा, भूपेंद्र कुमार शर्मा, डॉ कमल वर्मा, ज्योति शुक्ला, अनिल श्रीवास्तव “जाहिद”, डॉ गौरी अग्रवाल, मिनेश कुमार साहू, देव मानिकपुरी, बृजलाल दावना, सेलिना दावना, मधु तिवारी, जागृति मिश्रा, डॉ गोपा शर्मा, तुलेश्वरी धुरंधर, श्रवण कुमार साहू” प्रखर “, रोहित साहू ” माधुर्य “, चेतन भारती, प्रीतिश तिवारी, तेजपाल सोनी, चंद्रकला त्रिपाठी, बैकुंठ महानंद, संतोष सिंह, ऋषभ देव, राजकुमार सहित अनेक साहित्यकार उपस्थित थे एवं अपनी रचनाएँ भी पेश की। कार्यक्रम के दौरान बृजलाल दावना एवं सिंधु झा को आज उनके जन्मदिन पर बधाईयाँ दी गई तथा उपस्थित जन समुदाय को ईद की बधाईयाँ भी दी गई। वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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