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स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस ‘विज्ञानम स्पर्धनम’ संपन्न“

”स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस ‘विज्ञानम स्पर्धनम’ संपन्न“


भिलाई।नस्वरुपानंद महाविद्यालय के प्रांगण में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर सात दिवसीय विज्ञानम् स्पर्धनम का समापन समारोह आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि डॉ. सुब्रमण्यम राज्य योजना आयोग, रायपुर एवं अध्यक्षता डॉ. जायस के राय सीजी कास्ट, रायपुर की ई-साईंटिस्ट थी। छः दिवसीय इस विज्ञान स्पर्धा में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी दक्षता साबित की। विद्यार्थियों ने मॉडल, पीपीटी, पोस्टर, नवाचार, क्विज, शोध पत्र वाचन, भाषण, वाद-विवाद के माध्यम से विज्ञान से संबंधित इस वर्ष की थीम ”वैश्विक भलाई के लिये वैश्विक विज्ञान’ के अनुरुप एवं अनुकूल जानकारियों को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम की संयोेजिका डॉ. शमा ए बेग ने महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के आयोजन एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला और कहा कि विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर हर छात्र को विज्ञान एवं उससे विकास कर विश्व की भलाई के लिये प्रेरित करना है। आज के युवा वैश्विक चुनौतियों का समाधान विज्ञान को आधार बनाकर सफलता प्राप्त कर सकते है। उन्होंने छात्रों को नवाचार के बारे में बताया कि आज कैसे युवा जटिल परिस्थितियों का विकल्प ढूंढ रहे है।
सह-संयोजिका डॉ. शिवानी शर्मा विज्ञान स्पर्धनम के सभी प्रतियोगिताओं के उद्देश्य को बताते हुये विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगिता में दिये गये नवाचार को विस्तार से बताया।
डॉ. सुब्रमण्यम ने अपने आतिथ्य उद्बोधन में कहा कि आर्टिकल 51ए के बारे में नागरिकों को अपने मौलिक कर्तव्य निभाने होंगे तभी हम धरती को बचा सकते है। उन्होंने मौसम और जलवायु की बारीकियों के बारे में बताया। औद्योगिक क्रांति के कारण कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा पर्यावरण में बढ़ रही है जिससे धरती का तापमान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि फ्यूल, फुड व फर्टिलाईजर अंर्तसंबंधित है इनके उचित प्रयोग से भी प्रदूषण को कम किया जा सकता है। ऑक्साइडस के निकलने से एसिड रेन अर्थात तेजाबी बारिश हो रही है जो मीथेन कार्बनडाइऑक्साइड से पच्चीस गुना अधिक हानिकारक है। अगर अलनीनो आया तो यह मौसम के लिये हानिकारक है। उन्होंने मौसम के विभिन्न बदलाव के बारे में बताया जो कि प्रदूषण के कारण होता है। ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा उत्पादन है। मिलेट मिशन में छत्तीसगढ़ अग्रणी है और मिलेटस के लिये पानी की आवश्यकता कम होती है और ये स्वास्थ्य के लिये लाभदायक है।
डॉ. जायस के राय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सीजी कास्ट विभिन्न प्रकार के आयोजनों से विज्ञान को जन-जन तक पहुॅंचाना चाहता है एवं इस वर्ष की थीम के अनुरुप छात्रों को इस दिशा में सफल नवाचार कर वैश्विक भलाई के लिये अग्रसर होगा। उन्होंने रमन स्पैक्ट्रम के विभिन्न उपयोग बताये एवं कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं में नई ऊर्जा का स्त्रोत प्रवाहित करेगा।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं श्री ष्शंकरचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग, हुडको की मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ. मोनिषा शर्मा ने छात्रों को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की बधाई देते हुये कहा कि भारत युवाओं का देश है एवं युवाओं को नवीन अविश्कार कर विभिन्न समस्याओं का वैश्विक हल सोचना होगा। उन्होंने महाविद्यालय परिवार को बधाई दी एवं सहभागिता हेतु सीजी कास्ट रायपुर, एनसीएसटीएसी, डीएसटी, भारत सरकार, नई दिल्ली को कार्यक्रम प्रायोजित करने हेतु आभार व्यक्त किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि विज्ञान के छात्रों को ऐसे नवाचार करने चाहिये जिससे हम खराब चीजों का उपयोग कर उससे उपयोगी चीजे बना सकें। विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में छात्रों की विभिन्न प्रतियोगिता में रुचि के लिये सभी को बधाई दी। विधिवत तरीके से ज्ञान का उपयोग विज्ञान कहलाता है तथा समाज उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है किन्तु विज्ञान के विकृत प्रयोग से वैश्विक क्षति पहुॅंचती है।
डॉ. प्रशांत कुमार शर्मा साइंटिस्ट बायोटेक लैब अम्बिकापुर ने अतिथि व्याख्यान में बताया कि कैसे कचरे को उपयोगी संसाधनों में परिवर्तित किया जा सकता है। उन्होंने मॉडल स्वरुप अम्बिकापूर में कचरे के परिवर्तन से उपयोगी चीजों के निर्माण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत की पुरातन परंपरा को आज विज्ञान से साबित किया जा रहा है। कचरा बेचकर उन्होंने अम्बिकापुर में सोलह करोड़ पचास लाख रुपये कमाये।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्त्रि पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान किया गया जो इस प्रकार है-पीपीटी प्रस्तुतीकरण-प्रथम-नंदिता पाण्डेय-भिलाई महिला महाविद्यालय सेक्टर-9, भिलाई, द्वितीय-सोनिया कष्यप-भिलाई महिला महाविद्यालय सेक्टर-9, भिलाई, तृतीय-ज्योति कुमारी-भिलाई महिला महाविद्यालय सेक्टर-9, भिलाई, मॉडल प्रतियोगिता-प्रथम-गगन नागरे एवं मनोज शर्मा-बीएससी-द्वितीय कम्प्यूटर साईंस वर्ष-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, द्वितीय-देवदत्त महानंद-बीएससी-तृतीय कम्प्यूटर साईंस वर्ष-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-लोकेश शर्मा एमएससी-द्वितीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र एवं सपना शर्मा-एमएससी-द्वितीय सेमेस्टर बायोटेक्नोलॉजी-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, पोस्टर प्रतियोगिता-प्रथम-परिधि यादव-एमएससी-द्वितीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र-सेंट थॉमस कॉलेज, भिलाई, द्वितीय-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-हितेश साईं-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, क्विज प्रतियोगिता-प्रथम-अविराज-बीए-अंतिम वर्ष-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाइ, द्वितीय-डिम्पल साहू-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई
विज्ञान पर आधारित कविता एवं थीम प्रतियोगिता-प्रथम-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, द्वितीय-नेहा पाण्डेय-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, शोध पत्र वाचन प्रतियोगिता-प्रथम-दानेश्वर कुमार साहू-शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग, द्वितीय- अमित कुमार साहू एवं तृतीय – योगिता लोखंडे स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई
वाद-विवाद प्रतियोगिता-प्रथम-नम्रता कमलेश-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर माईक्रोयोलॉजी भिलाई महिला महाविद्यालय सेक्टर-9, भिलाई, द्वितीय-लोकेश शर्मा-एमएससी-द्वितीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता-प्रथम- लोकेश शर्मा-एमएससी-द्वितीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, द्वितीय-रानू यादव-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर सूक्ष्यजीव विज्ञान-स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, तृतीय-ज्योति कुमारी-एमएससी-चतुर्थ सेमेस्टर माईक्रोयोलॉजी भिलाई महिला महाविद्यालय सेक्टर-9, भिलाई
नवाचार हेतु गगन नागरे एवं मनोज शर्मा को ब्लूटूथ मोबाईल कंट्रोल कार बनाने के लिये जिसका उपयोग आपदा में किया जा सकता है एवं देवदत्त महानंद को स्मार्ट ग्लोव (दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिये) पुरस्कार राषि दिया गया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायकों के रुप में डॉ. मधुरिमा पाण्डेय – बीआईटी दुर्ग, डॉ. यासमीन परवेज – वावा पाटनकर कॉलेज दुर्ग, डॉ. जयश्री सुब्रमण्यम् – सेंट थॉमस कॉलेज भिलाई, डॉ. शिखा श्रीवास्तव – वैशाली नगर महाविद्यालय भिलाई, डॉ. भावना पाण्डेय – भिलाई महिला महाविद्यालय भिलाई, डॉ. संजू सिन्हा – शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग, डॉ. श्वेता गायकवाड़ – स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई, श्रीमती मोनिका मेश्राम, सुश्री योगिता लोखण्डे, सुश्री अपूर्वा शर्मा उपस्थित हुई।
मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रजनी एस मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र, श्रीमती मोनिका मेश्राम सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र, सुश्री योगिता लोखण्डे सहायाक प्राध्यापक माईक्रोबायोलॉजी ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. रजनी एस मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र, डॉ. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित, श्रीमती सुनीता शर्मा विभागाध्यक्ष जुलॉजी, श्रीमती खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष प्रबंधन, श्रीमती रुपाली खर्चे विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर साईंस, श्रीमती श्रीलता नायर सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी, अमित कुमार साहू सहायक प्राध्यापक माईक्रोबायोलॉजी ने विषेष योगदान दिया एवं यशपाल, सुश्री स्वाति शर्मा एवं अभिषेक ने सराहनीय योगदान दिया।

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