नेवई फायरिंग घटना का मुख्य आरोपी गिरफ्तार… नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने स्वयं किया पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग…
नेवई फायरिंग घटना का मुख्य आरोपी मुकुल सोना उर्फ सोनू बिहार नालंदा से गिरफ्तार…
नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने स्वयं किया पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग…
आरोपी से घटना में प्रयुक्त कटटा, कारतूस, कार, मोटर सायकल जप्त…
पुलिस ने आरोपी के सहयोगियों एवं लोकल नेटवर्क को किया ध्वस्त..
पुलिस ने लगातार दिल्ली, यूपी, बिहार में दिया दबिश…
आरोपी मुकुल पूर्व में अपहरण के मामले में जेल में रहा है निरूद्व…
दुर्ग – पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में बताया मामले का घटनाक्रम विवरण इस प्रकार है कि 05 जुलाई 2021 रात्रि 12ः30 बजे मामले के प्रार्थी बृजेश राय उर्फ पिंकी राय पर 03 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा थाना नेवई क्षेत्र के टंकी मरोदा बस्ती में फायरिंग की घटना पर से थाना नेवई में अपराध क्रं. 212/21 धारा 307 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट कायम किया गया। नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक दुर्ग द्वारा पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेन्ज, विवेकानंद सिन्हा को घटना से अवगत कराते हुये अग्रिम कार्यवाही हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त किया गया। घटना स्थल पर पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित आला पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। तत्काल शहर में नाकाबंदी की कार्यवाही का निर्देश उनके द्वारा दिया जाकर उनके द्वारा एक विशेष टीम सीएसपी भिलाई नगर के नेतृत्व में 04 निरीक्षक, 25 अधिकारी/कर्मचारी को शामिल कर किया गया। । उक्त घटना के बाद आरोपियों के धरपकड पतासाजी हेतु उनके हर संभावित ठिकाने पर टिटलागढ उडिसा, धमतरी, कुरूद, केशकाल, कांकेर, नागपूर, रायपुर, नंदिनी अहिवारा सहित दुर्ग भिलाई शहर के करीबन 40 ठिकानों पर दबिश दी गई। इसी दौरान आरोपियों द्वारा सोशल मिडिया के माध्यम से क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने के लिए एवं प्रार्थी को जान से मारने की धमकी दी गई एवं इसके माध्यम से पुलिस के इन्वेस्टीगेशन को गुमराह करने का भी प्रयास किया गया जिसे सायबर सेल के द्वारा सोशल मिडिया क्रैक कर उनकी योजना को विफल कर दिया गया। सायबर सेल द्वारा लगातार तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था एवं विश्लेषण के आधार पर लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी। आरोपियों को आर्थिक मद्द तथा शरण देने वाले लोगों के खिलाफ दुर्ग पुलिस द्वारा एक अभियान चलाकर ऐसे तमाम आरोपियों को चिन्हाकिंत कर उनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर एवं प्रतिबंधात्मक कार्यवाही किया जिससे लोकल नेटर्वक टूट गया एवं कार्यवाही के डर से अन्य संभावित मद्दगार आरोपियों से दुरी बनाने लगे। इसी दौरान आरोपियो को पनाह देने वाले संजय जोशी निवासी पोटिया, नंदिनी के घर दबिश दी जहॉ पुलिस को अवैध शराब का जखीरा भी मिला पुलिस ने आबकारी एवं आरोपी को पनाह देने के अपराध में संजय जोशी को गिरफ्तार किया गया। पूर्व में आरोपी के सहयोगी रहे अमित जोश थाना खुर्सीपार में धारा 399 भादवि 25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही जेल में निरूद्व है। मुकुल के अन्य साथी विश्वजीत एवं लक्की जार्ज के खिलाफ भी पुलिस ने काठोर कार्यवाही करते हुये गिरफ्तार किया। आरोपियो के सोशल मिडिया को संचालित करने वाले प्रखर चंद्राकर एवं अपचारी बालक के खिलाफ धारा 294, 506, 212, 34 भादवि के तहत कार्यवाही की गई।
प्रकरण में आरोपियों की मदद करने वाले अन्य सहयोगियो जैसे सूरज पाल निवासी नेवई, अशोक जांगडे निवासी ग्राम हनोदा पद्यमनाभपुर, मंगल सिंह निवासी स्टेशन मरोदा, पुलकित चंद्राकर निवासी मरोदा सेक्टर, गोपेन्द्र बाग निवासी पेशंनबाडा, रायपुर के खिलाफ प्रतिबंधात्क कार्यवाही कर जेल भेजा गया।
प्रकरण के आरोपी पुलिस की लगातार दबिश व घेराबंदी की कार्यवाही से एवं लोकल नेटवर्क टूटने से दुर्ग भिलाई क्षेत्र को स्वयं के लिए सुरक्षित ईलाका नहीं होने से राज्य से बाहर भागने की योजना बनाकर फरार हो गये। सायबर सेल के लगातार तकनीकि विश्लेषण व परंपरागत पुलिसिंग के समन्वय से इनपुट आने लगे थे जिसमंे आरोपियों के उत्तर भारत की ओर दिल्ली/लुधियाना जाने की पुष्टि हो रही थी तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा दो विशेष टीम दिल्ली/लुधियाना के लिए रवाना किया गया। आरोपियों के द्वारा इंटरनेट गूगल के माध्यम से स्थानीय समाचार पत्रों व अन्य मिडिया के माध्यम से दुर्ग पुलिस की सम्पूर्ण कार्यवाही एवं गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी इसके अलावा युट्यूब क्राईम पेट्रोल जैसे माध्यमों से अपन आप को अपडेट करने की कोशिश की जा रही थी जिसके कारण पुलिस के द्वारा संभावित ठिकाने पर दबिश दिये जाने के पहले ही आरोपियों के द्वारा एक स्थान पर अधिक देर नहीं रूकने की अपनी योजना को अमल मे लाते हुये अन्यत्र स्थान की ओर निकल जा रहे थे। जिसके फलस्वरूप दिल्ली में पुलिस को अपनी कार्यवाही में खाली हाथ होना पड़ा, आरोपियों का पीछा करते हुए उत्तरप्रदेश के कुछ स्थानों में भी दबिश की कार्यवाही की गई पुलिस को भी यहॉ सफलता नहीं मिली। इसी क्रम में एक आसूचना प्राप्त हुई कि आरोपी मुकुल सोना एवं नागेन्द्र कुमार उत्तरप्रदेश के चंदोली से नागेन्द्र के निवास स्थान परबलपुर जिला नालांदा बिहार को सुरक्षित मानकर शरण लेने के लिए निकल गये है। तकनीकी विश्लेषण एवं मुखबिर सूचना की पुष्टि होने पर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा नालांदा जिले के पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाद से संपर्क कर दुर्ग पुलिस को मदद की आग्रह किये जाने पर उनके द्वारा तत्काल आवश्यक सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध कराया गया। इसके पश्चात दुर्ग पुलिस एवं नालांदा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा आरोपी नागेन्द्र के निवास स्थान पर घेराबंदी कर दबिश की कार्यवाही की गई। मौके पर आरोपी मुकुल सोना हिरासत में लिया गया। पुछताछ पर मुकुल सोना द्वारा अन्य आरोपी नागेन्द्र के संबंध में बताया कि दबिश के पूर्व ही कही अन्यत्र चला गया था। पुलिस टीम द्वारा नागेन्द्र की पता तलाश की जा रही है। मुख्य आरोपी मुकुल सोना के बयान मेमोरण्डम पर से घटना में प्रयुक्त दो नग मोबाईल, वाई-फाई राउटर, देशी कट्टा, राउण्ड, मारूति कार 800, मोटर सायकल विधिवत जप्ती की गई है। आरोपी मुकुल सोना को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया जाता है। सम्पूर्ण मामले में रायपुर पुलिस की भूमिका एवं सहयोग सराहनीय रही।
प्रकरण के मुख्य आरोपी मुकुल सोना एवं प्रकरण से संबंधित साथीदारान सूरज पाल, अशोक जांगडे, मंगल सिंह, प्रखर चद्रांकर, पुलकित चंद्राकर, गोपेन्द्र बाग, संजय जोशी, अमित जोश, लक्की जॉर्ज के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
उक्त प्रकरण में पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेन्ज, विवेकान्द सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक दुर्ग प्रशांत अग्रवाल के नेतृत्व एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव की अगुवाई में अति. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनंत कुमार, विवेक शुक्ला, आकाशराव गिरपूूंजे, नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर राकेश जोशी, नगर पुलिस अधीक्षक छावनी विश्वास चन्द्राकर, के मार्गदर्शन में विशेष टीम के अधिकारी/कर्मचारी निम्नलिखित है।
फिल्ड टीम:- निरीक्षक विशाल सोन, सुरेश ध्रुव, संतोष मिश्रा, मोनिका पाण्डेय, विनय सिंह, बृजेश कुशवाहा, उनि नारंगे, सउनि अजय सिंह, चंद्रशेखर सोनी, आर. पन्ने लाल, संतोष गुप्ता, शमीम, पंकज, अमित दुबे, भावेश पटेल, अजीत यादव, रवि बिसाई, आकाश तिवारी, अजय देवांगन, अखिलेश मिश्रा, धर्मराज सिंह, जावेद खान, फारूख , प्रदीप सिंह, तिलेश्वर राठौर, खुर्रम बक्श, चंदन भास्कर, गुरजीत सिंह,
सायबर टीम :- निरीक्षक नरेश पटेल, निरीक्षक गौरव तिवारी, सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर. चन्द्रशेखर बंजीर, प्र.आर. संतोष मिश्रा, आर. विक्रान्त यदु, निखिल साहू, विजय शुक्ला, सुरेश चौबे, जावेद खान, अभय नारायण, दिनेश विश्वकर्मा, आरती सिंह
दिल्ली/बिहार टीम:- निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा, सउनि पूर्ण बहादुर, सउनि राजेश पाण्डेय, प्र.आर. अशोक साहू, आर. शहबाज खान, जुगनु सिंह, अनुप शर्मा, सूरज पाण्डेय, उपेन्द्र यादव
बिहार पुलिस:- एसडीओपी कृष्णामुरारी प्रसाद, उनि कुणाल सिंह, उनि शशि रंजन, थाना प्रभारी परबलपुर
रायपुर पुलिस टीम:- प्र.आर. जमील खान, संतोष सिंह
की विशेष एवं सराहनीय भूमिका रही।