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स्वरुपानंद महाविद्यालय में जल संरक्षण के लिये जागरुकता अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन….

स्वरुपानंद महाविद्यालय में जल संरक्षण के लिये जागरुकता अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन….

भिलाई – स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई में आईक्यूएसी एवं एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में कैच द रेन- विषय पर अर्न्तमहाविद्यालय ऑनलाईन- पोस्टर- स्लोगन- जल संरक्षण संबंधी नवोन्मेष विचार का विडियो रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सर्वे एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. शमा अफरोज बेग ने बताया पानी को लेकर पूरी दुनिया में बढ़ने वाली मुश्किल के चलते बेहतर है कि बारिश की एक-एक बूंद को बचाया जाये और हर नागरिको को जिम्मेदारी का एहसास कराया जाये। जल को संरक्षित किया जाये। विद्यार्थियों को जल संरक्षित करने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों की प्रतिभा बहुमुखी होती है इसलिये विषयों में विविधता रखी गयी है जिससे विद्यार्थियों के विचार जाने जा सके।
आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. निहारिका देवांगन एनएसएस प्रभारी श्री दीपक सिंग ने बताया दिन प्रतिदिन जल का स्तर गिरता जा रहा है देश के बहुत सारे भाग सुखा ग्रस्त है। मात्र तीस प्रतिशत पानी पीने योग्य है कहीं-कहीं जल स्तर एक सौ तीस फीट से भी नीचे चला गया है। पानी की समस्या का सबसे अच्छा समाधान वर्षा जल को संग्रहित कर जलस्तर को बढ़ाना इन्हीं समस्याओं के प्रति जागरुक कराने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने बताया 2018 की नीति आयोग की एक रिपोर्ट बताती है कि देश के करीब साठ करोड़ लोगों को पानी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। देश के पचहत्तर प्रतिशत आबादी को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है जल सूचकांक में भारत एक सौ बीसवें स्थान पर है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने बताया वर्षा के प्रत्येक बूंद को संग्रहित करने की आवष्यकता है तभी देश के लोगों को पीने का साफ पानी मिलेगा इसके लिये हमें सरकार पर आश्रित न रहकर व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करने होंगे इस तरह के प्रतियोगिता के आयोजन से हम युवाओं को जल के महत्व को समझाकर जल संरक्षण हेतु प्रेरित कर सकते है।
कार्यक्रम में निर्णायक के रुप में विपिन दूबे – हाईड्रो जियो साईंटिस्ट एवं रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सलाहकार एवं श्रीमती निकिता मिश्रा आईसीआर जीयूएनडीपी छ.ग. थी उन्होंने महाविद्यालय की सराहना करते हुये कहा कि प्रतियोगिता में विद्यार्थियों की प्रतिभागिता उनके जल संरक्षण के प्रति जागरुकता का परिचालक है। सभी प्रतियोगिताओं में एक सौ सतरह विद्यार्थियों ने भाग लिया।
पुरस्कृत प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार हैः-
पोस्टरः- प्रथमः- विवेक आनंद – बी.एस.सी.-तृतीय वर्ष (पीसीएम), द्वितीयः- अनिकेत तारजुले – बी.एस.सी.-तृतीय वर्ष (सीएस) एवं मनु सिन्हा – बी.एस.सी.-तृतीय वर्ष (पीसीएम) तृतीयः- आदित्य विश्वकर्मा- बी.एस.सी.-तृतीय वर्ष (पीसीएम)
स्लोगनः- प्रथमः- लवलीन मानिकपुरी – बी.एड.-प्रथम सेमेस्टर, द्वितीयः- निखिल शर्मा- पीजीडीसीए- प्रथम सेमेस्टर, तृतीयः- श्रीजीता दास- बी.एस.सी.-द्वितीय वर्ष (पीसीएम)
डिबेटः- प्रथमः- फरिहा अंजुम – बी.एस.सी. प्रथम वर्ष माईक्रोबायोलॉजी (फोर) व पलक तिवारी (अगेन्स) द्वितीयः- कीर्ति गुप्ता बी.एस.सी. प्रथम वर्ष बायोलॉजी (फोर) व मृदुला नायर बीडीएस – अंतिम वर्ष रुंगटा कॉलेज ऑफ डेंटल साईंस व रिसर्च (अगेन्स)
इंनोवेषनः- प्रथमः- अरविंद सिंग डहिरे – बी.एस.सी.-द्वितीय वर्ष (आचार्य पंथ श्री ग्रिंध मुनीनाम साहेब षासकीय पीजी कॉलेज, कवर्धा
वीडियोः- प्रथमः- अभिशेक राय – बी.एड.-तृतीय सेमेस्टर देव संस्कृति कॉलेज दुर्ग एवं मिनाती बेहरा – बी.एड.-तृतीय सेमेस्टर स्वरुपानंद महाविद्यालय भिलाई द्वितीयः- अनिमेष अधिकारी – बी.बी.ए.-तृतीय सेमेस्टर तृतीयः- एन्नी रॉय – बी.ए. प्रथम वर्श
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी डॉ. रजनी मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र श्री कृष्णकांत दूबे विभागाध्यक्ष, कम्प्यूटर साईंस डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिन्दी स.प्रा. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित डॉ. अजीता सजीत विभागाध्यक्ष वाणिज्य स.प्रा. खूशबू पाठक प्रबंधन डॉ. पूनम शुक्ला स.प्रा. शिक्षा विभाग, स.प्रा. टी. बबीता विभागाध्यक्ष भौतिकी स.प्रा. सुनीता शर्मा विभगााध्यक्ष जुलॉजी स.प्रा. संयुक्ता पाढ़ी विभागाध्यक्ष अंग्रेज़ी ने विशेष सहयोग दिया।

 

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