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दुर्ग नगर निगम के कमिश्नर हरेश मंडावी ने “बेहतर संवाद” से बातचीत में कहा जनता की समस्याओं को दूर करने का किया जाएगा हर संभव प्रयास….
दुर्ग नगर निगम के कमिश्नर हरेश मंडावी ने “बेहतर संवाद” से बातचीत में कहा जनता की समस्याओं को दूर करने का किया जाएगा हर संभव प्रयास….
दुर्ग – कहते हैं अगर मन में कुछ की चाह हो तो बड़े से बड़ा लक्ष्य भी छोटे से छोटा दिखाई देने लगता हैं…. आज हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक शख्सियत की जो वर्तमान में दुर्ग नगर निगम के कमिश्नर की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं. जिनका नाम है हरेश मंडावी जिन्होंने “बेहतर संवाद” से रूबरू होते हुए अपने व्यक्तिगत एवं कार्य क्षेत्रों के बारे में कुछ चीजें हमसे साझा की.. 1985 में जन्मे हरेश मंडावी बताते हैं शुरुआत के समय की पढ़ाई भानुप्रतापपुर में संपन्न हुई 12वीं की पढ़ाई एवं कॉलेज कांकेर मैं पूर्ण हुई…वही कॉलेज के बाद लगभग 2 साल का संघर्ष करते हुए अन्य जगह पर काम करते यह 2 साल श्री मंडावी का बीता. पर सपने तो कुछ और ही थे. इस दौरान शिक्षाकर्मी की भी नौकरी लगी शिक्षाकर्मी में रहने के दौरान श्री मंडावी कोंडागांव के नक्सल प्रभावित क्षेत्र छोटे डोंगर मैं कुछ समय के लिए पदस्थ रहे. इस दौरान श्री मंडावी में सोचा ऐसे नहीं चलेगा अलग करना पड़ेगा क्योंकि सपना तो कुछ और ही बनने का था. फिर नापतोल विभाग की परीक्षा दी उसमें भी सफलता नहीं मिल पाई फिर श्री मंडावी ने सोचा जो होगा सो देखा जाएगा और नौकरी छोड़ दी. फिर प्रारंभ की पीएससी की तैयारी जिसका सपना मन में समाए रखा था इस दौरान फूड विभाग में नौकरी भी मिली पहली पोस्टिंग नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के पास लगभग 3 साल रहकर काम किया. पीएससी की तैयारियां भी जोरों पर थी इस दौरान समय काफी मिल जाता था तैयारी का.. और फिर वह दिन आया जिसका बेसब्री से इंतजार था 2013 में पीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयन हुआ पहली पोस्टिंग दंतेवाड़ा इलेक्शन का समय था इस दौरान एसडीएम की जिम्मेदारी मिली ढाई साल का समय दंतेवाड़ा में बिताया. फिर पोस्टिंग बालोद मुख्यालय में एसडीएम 3 साल यहां भी कार्य करने का मौका मिला. उसके बाद ट्रांसफर होकर अंबिकापुर नगर निगम के कमिश्नर का दायित्व मिला डेढ़ साल का समय कमिश्नर के रूप में कार्य करने को मिला. इस दौरान कुछ उपलब्धि के रूप में स्वच्छता सर्वेक्षण एक लाख से दस लाख की आबादी वाले शहर मैं लगातार पहला रैंक. वही ओवर आल इंदौर के बाद 2nd क्लिनिस्ट सिटी. साथ ही अमृत मिशन के कार्यों को भी लगभग 90% तक पूरा कराया गया. इसके बाद दुर्ग जैसे बड़े नगर निगम की जिम्मेदारी शासन द्वारा मुझे दी कमिश्नर बना कर दुर्ग नगर निगम भेजा.. दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में पहली प्राथमिकता शहर को साफ सुथरा रखना ताकि स्वच्छता रैंकिंग में नगर निगम का रैंक आ सके. वहीं शहर के सभी वार्डों का विजिट कर जल्द से जल्द कर समझा जा सके आम जनता की स्थिति को…जनता की मूलभूत समस्याओं का निपटारा हो सके प्रयास यही किया जाएगा जो भी समस्याएं हैं उसे दूर करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा…..