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  • शहरी गौठान में जैविक खेती से लहलहा रही है भाजी, आर्थिक रूप से समृद्ध होने की राह पर महिलाएं….

शहरी गौठान में जैविक खेती से लहलहा रही है भाजी, आर्थिक रूप से समृद्ध होने की राह पर महिलाएं….

 

शहरी गौठान में जैविक खेती से लहलहा रही है भाजी, आर्थिक रूप से समृद्ध होने की राह पर महिलाएं….

भिलाईनगर – एक समय था जब भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के पास की जमीन कचरा डंप करने के कार्य आती थी, पूरी तरह से यह स्थल कचरों से भरा पड़ा रहता था। इस स्थल का कुछ भी उपयोग नहीं हो रहा था। कारण था कि पूरी तरह से जमीन के अंदर कचरा भरा होना। जब भी किसी कार्य की यहां पर शुरूवात करने की बात होती तो स्थल पर 5 फीट तक केवल झिल्ली, पन्नी का कचरा ही नजर आता था। परन्तु अब इस स्थल का बेहद सदउपयोग हो रहा है, सब्जियों की फसलें लहलहा रही है और यह सब संभव हुआ है महापौर एवं भिलाई विधायक श्री देवेन्द्र यादव एवं आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में! स्थल का सदउपयोग करने के लिए सर्वप्रथम भूमि को तैयार किया गया। कचरा को हटाकर शहरी गौठान का निर्माण किया गया और धीरे धीरे आज यह स्थल स्व. सहायता समूह की महिलाओं के लिये वरदान साबित हो रहा है। आज महिलाएं यहां पर सब्जियों की खेती कर रही है। छत्तीसगढ़ी सब्जियां एवं भाजी जैसे पालक, चौलाई, गोभी, टमाटर, मिर्ची, खट्टा भाजी, जरी भाजी, लाल भाजी इत्यादि सब्जियों का उत्पादन कर विक्रय कर रही है। तरह-तरह की सब्जियां उगा रही है और वो भी जैविक खेती से! सब्जियों में किसी भी रसायनिक खाद का उपयोग नहीं किया जा रहा है। निगम ने अगस्त 2019 को शहरी गौठान प्रारंभ किया और गोधन न्याय योजना योजना की शुरूवात होते ही स्थल का स्वरूप बदलते गया। शहरी गौठान में पशुओं के लिये चारा, पानी, घास, हरी सब्जियां, पोषक तत्व से भरपूर चारा की व्यवस्था की गई। छाया देने के लिए शेड निर्माण किया गया। महिलाओं ने अपनी आजीविका के साधन बढ़ाने के लिये छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाना प्रारंभ किया, सब्जियों की खेती की गई, मछली पालन प्रारंभ किया गया। अब इस स्थल परिसर पर गोबर खरीदी केन्द्र भी प्रारंभ हो गया है। इससे महिलाओं को रोजगार के साधन के साथ ही आय की भी प्राप्ति हो रही है। गोबर से दिया, लकड़ी, कंडे, प्रतिमा, गमला तैयार कर विक्रय किया जा रहा है। और अब वृहद मात्रा में सब्जियों की खेती की जा रही है! एक पूरी फसल सब्जियों की लेने के बाद दूसरी फसल ली जा रही है, सब्जियों का उत्पादन कर महिलाये विक्रय कर रही है। 2019 से पूर्व जो स्थल डंपिंग साईट था स्व सहायता समूह की महिलाओं ने निगम के सहयोग से इसका कायाकल्प कर दिया। संवर रहा है भिलाई का शहरी गौठान!

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