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शासन की योजनाओं से लाभान्वित होकर किसानों ने उन्नत खेती-किसानी को दिया बढ़ावा : दूरस्थ ईलाके के किसानों ने अनुभव साझा कर कहा घर-परिवार में आयी खुशहाली
बीजापुर :
उन्नत कृषि को बढ़ावा देने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं बागवानी फसलों के उत्पादन के लिए जिले कृषकों को आवश्यक मदद प्रोत्साहन स्वरूप जिला खनिज न्यास मद से विभिन्न कृषि उपकरण जाली-तार फेंसिंग, नलकूप खनन, स्प्रिंकलर प्रदान किया गया है। 188 किसानों को जाली तार फेंसिंग प्रदान किया गया है। वहीं 80 कृषकों के खेतों में नलकूप खनन कराया गया है एवं 100 कृषकों को पीएमकेएसवाय से अभिसरण कर स्प्रिंकलर प्रदान किया गया है।
फेंसिंग कार्य एवं नलकूप खनन से सिंचाई क्षेत्र में विस्तार होने एवं स्प्रिंकलर से उन्नत कृषि सिंचाई पद्धति का उपयोग किसानों द्वारा किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप जिले के कृषक द्विफसली खेती के साथ-साथ उद्यानिकी कार्य भी कर रहे हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। कृषक अपनी आमदनी के स्त्रोत बढ़ने से खुश हैं। वहीं अपनी परिवार के जीविकोपार्जन अच्छे ढंग से कर पा रहे हैं। जहां बारिश के भरोसे खेती करते थे वर्षा अच्छी होने पर एक फसल ही ले पाते थे जिसमें मुख्यतः धान का फसल ही संभव था। किन्तु जिला खनिज न्यास निधि मद के सहयोग से धान फसल के उपरांत अन्य फसल भी ले रहे है। जिसमें मुख्यतः चना, मक्का, दलहन एवं तिलहन फसलों का पैदावार सफलतापूर्वक किया जा रहा है। जो कि शासन के सहयोग बिना संभव नहीं था जिले के भैरमगढ़ ब्लाक के कुछ कृषकों ने बताया कि शासन के द्वारा मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराये जाने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ा है। कृषि विभाग द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन भी समय-समय पर दिया जाता है।
सर्वेश्वर जो ग्राम लंकापारा विकासखण्ड भैरमगढ़ का एक कृषक है। वह अपने खेतों में मक्के की फसल लगाया है। जिनका उत्पादन काफी अच्छा रहा है। इनके खेत में सोलर पम्प एवं तार फेंसिंग डीएमएफ से लगवाया गया है जो फसलों की सुरक्षा के साथ-साथ उत्पादन में वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इसी तरह मोहनीश देवांगन भैरमगढ का किसान भी लाभान्वित हुआ एवं शासन-प्रशासन के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि तार फेंसिंग होने से जानवरों द्वारा फसलों का नुकसान हो जाता था लेकिन अब फसल पूरी तरह सुरक्षित रहता है एवं सिंचाई के पर्याप्त संसाधन होने के कारण फसल की पैदावार में काफी बढ़ोतरी हुई। जिससे मैं अपनी परिवार की जरूरतों की पूर्ति करने में सक्षम हुआ हूं और आत्म निर्भरता के साथ अपने परिवार का भरण-पोषण कर पा रहा हूं।
उद्यानिकी फसलों के उत्पादन जिले के कृषकों द्वारा भलीभांति किया जा रहा है। शासन के योजनाओं का लाभ लेने के फलस्वरूप ग्राम माटवाड़ा निवासी विकासखण्ड भैरमगढ़ कृषक सुखराम मण्डावी अपनी खेती किसानी में उद्यानिकी फसलों को चुना जिसमें वह वर्षभर साग-सब्जी का उत्पादन करता है। सुखराम मण्डावी ने बताया कि सिंचाई व्यवस्था के साथ-साथ तार फेंसिंग एवं आवश्यक सामग्री कृषि विभाग और उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रदान किया गया। साग-सब्जी के उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया। अब मैं बहुत अच्छे ढंग से बागवानी फसलों का उत्पादन कर रहा हूं जिससे मेरी आमदनी बढ़ी है। वर्ष भर पैसा कमाता हूं। कृषि विभाग द्वारा मुझे आवश्यक मदद एवं मार्गदर्शन किया जाता है। जिससे फसलों के उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ जैविक खाद का भी भरपूर उपयोग करता हूं।
कृषक मासाराम वाचम ग्राम गुदमा निवासी इसी तरह उन्नत कृषि को अपनाकर बागवानी फसलों की पैदावार बहुत अच्छे ढंग से कर रहा है। जिला खनिज न्यास निधि से प्राप्त सहयोग जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। जिससे कृषक अपनी मूल व्यवसाय कृषि के प्रति जागरूक होकर अपने एवं अपने परिवार का भरण-पोषण करने के साथ-साथ एक खुशहाल जिंदगी बसर कर रहे हैं।