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सामूहिक बलात्कार की घटना के खिलाफ किया गया कैंडल मार्च
दुर्ग. रायपुर नाका दुर्ग में कैंडल मार्च किया गया। हाथरस में 19 वर्षीय बालिका के घृणित सामूहिक बलात्कार की घटना के खिलाफ, हमारे छात्र संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइज़ेशन (AIDSO), युवा संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइज़ेशन (AIDYO) एवं ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (AIMSS) के द्वारा पूरे देश मे “कैंडल मार्च किया गया और आम लोगों खासकर छात्रों, महिलाओं और युवाओं से अपील की है कि वे इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हों और इस तरह के भीषण अपराधों के खिलाफ एकजुट हों। हाथरस, यूपी में बलात्कार की पीड़िता ने आज नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसने इस महीने की 14 तारीख से अपने अस्तित्व के लिए गहन संघर्ष के बाद अपनी जान गंवा दी। उसके साथ चार लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया, जिन्होंने उसकी जीभ काट दी, उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसे मरने के लिए छोड़ दिया। इस हृदय विदारक घटना की निंदा करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं है।
ऐसी घटना हमारे देश में महिलाओं की वास्तविक और दयनीय स्थिति को दर्शाती है। कई बड़ी बातों के बावजूद, वर्तमान भाजपा-केंद्र सरकार, यूपी, एक ही भाजपा के नेतृत्व में, हमारे देश में महिलाओं और बच्चों की गरिमा को बचाने में पूरी तरह से विफल रही है। यह शर्मनाक है कि भारतीय संस्कृति का बीड़ा उठाने वाले लोगों में देश की महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा के प्रति कोई गहरी संवेदना या चिंता नहीं है। इसके विपरीत, नग्नता, अश्लीलता, ड्रग्स और शराब के प्रसार जैसे कारकों को सरकार से सभी समर्थन मिल रहे हैं और वह भी केवल लाभकारी कॉर्पोरेट क्षेत्र को बाजार प्रदान करने के लिए। महिलाएं, आज एक खरीद फरोख्त की वस्तु में बदल गई हैं, जिसका बलात्कार और हत्या भी हो सकती है। यह सब सरकार, सत्ताधारी दलों और कॉरपोरेट घरानों की अंतरात्मा को छूए बिना ही हो रहा है।
यह अत्यधिक दुःख की बात है कि पुलिस, जिसे लोगों के हितों का रक्षक माना जाता है, उसे अपराधियों के पक्ष में स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है और राजनेताओं-पुलिस-अपराधियों के बीच एक सांठगांठ हर गुजरते दिन के साथ अपनी जड़ें गहरी कर रही है। सजा में देरी और अधिकांश समय दोषियों को, ताकत का खेल होने कारण, सजा न होने से, अपराधियों को ऐसी भयावह घटना को अंजाम देने में प्रोत्साहन मिल रहा है।
इस संबंध में AIDSO, AIDYO एवं AIMSS ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई करते हुए दोषियों को उदाहरणमूलक सजा देने की मांग की, साथ ही अश्लीलता, ड्रग्स और शराब पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की। हम आम लोगों से अपील करते हैं कि वे ऐसी सभी सामाजिक विकृतियों के खिलाफ आंदोलन को मजबूत करें और महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समानता के लिए एक मजबूत सामाजिक-सांस्कृतिक आंदोलन शुरू करें। इस “ फ़ास्ट ट्रैक कानून का व दोषियों को उदाहरणमूलक सजा दी जाए” आदि मांगें की गई।
इस कार्यक्रम में सुनीता कुमार मधु अग्रवाल दीपा कौशल विभिन्न मोहल्ले के कार्यकर्ता शामिल हुए।