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खो-खो हमारे देश के पारंपरिक खेलों में से एक है। यह केवल खेल नही बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है – ताम्रध्वज साहू
खो-खो हमारे देश के पारंपरिक खेलों में से एक है। यह केवल खेल नही बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है – ताम्रध्वज साहू
दुर्ग। ग्राम ऑलबरस में शहीद वीर नारायण खेल क्लब के नेतृत्व में राज्य स्तरीय खो – खो एवं मैराथन प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में मुख्यअतिथि प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शामिल हुये।
इस अवसर पर श्री साहू ने अपने उद्बोधन में कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के आयोजन से खेल प्रतिभा का विकास होता है। सफल आयोजन के लिए समिति को बधाई दिया. आगे कहा की सभी खिलाडिय़ों, क्रीडा अधिकारी, क्रीडा प्रभारी तथा कोच का स्वागत करते हुए कहा कि खो-खो हमारे देश के पारंपरिक खेलों में से एक है। यह केवल खेल नही बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। इससे खिलाडिय़ों में कौशल, गति, रणनीति तथा टीम भावना विकसित होती है।इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के आरंभ में सभी अतिथियों ने विभिन्न स्थानों से पधारे खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर जनपद सदस्य रुपेश देशमुख, सरपंच आशा देशमुख, देवीसिंग देशमुख, शेषनारायण चन्द्रवंशी,रामशरण देशमुख, डाला देशमुख, संजय, राहुल, भारत यादव,राजा योगेंद्र भारती, सोनू, डोमेन्द्र, जय, भूपेंद्र, चोवा राम, ऋतिक सहित ग्रामीण जन, कोच,खिलाड़ी गण मौजूद थे।