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स्वरूपानंद महाविद्यालय में ‘शिल्पी’ आर्ट एण्ड क्राफ्ट पर पंद्रह दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन….

स्वरूपानंद महाविद्यालय में ‘शिल्पी’ आर्ट एण्ड क्राफ्ट पर पंद्रह दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन….

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई के शिक्षा विभाग एवं पीडीलाईट मुंबई के संयुक्त तत्वाधान में पंद्रह दिवसीय ‘शिल्पी’ आर्ट एण्ड क्राफ्ट सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये प्रभारी श्रीमती ऊषा साहू स.प्रा. शिक्षा विभाग ने बताया शिक्षक प्रशिक्षार्थी भविष्य में शिक्षक बनेंगें अतः उसमें कलात्मक सूझबूझ, कल्पनाशीलता, रचनात्मक कौशल का होना आवश्यक है इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु शिक्षा विभाग द्वारा नि:शुल्क सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन किया जा रहा है जिससे विद्यार्थी अपनी रचनात्मक कौशल को उभार सके उन्हें नयी दिशा दी जा सकें इसके अंतर्गत ट्राइबल आर्ट, ट्राइबल मास्क, ग्लास पेंटिंग, टेराकोटा ज्वेलरी, लिप्पन आर्ट आदि सिखाया जायेगा।
इस अवसर पर प्रशिक्षक हर्षा साहू ने विद्यार्थियों को प्लेट व फ्रेम में सुंदर लिप्पन आर्ट बनाना सिखाया उन्होंने बताया यह लिप्पन बौद्धकला है यह पारंपरिक “थांका” चित्रकला है जो हाथ से बनाया जाता है व चित्र बनाने में प्राकृतिक रंग और गोल्डन डस्ट अर्थात् ऊँट के गोबर का इस्तेमाल किया जाता है इसे कसीदेकारी द्वारा भी बनाया जा सकता है। विद्यार्थी इसे सीख कर स्वरोजगार के रूप में भी अपना सकते है बाजार में इस प्रकार की कलाकृति की बहुत मांग है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने विद्यार्थियों में कलात्मकता कौशल के विकास के लिये सर्टिफिकेट कोर्स आयोजन के लिए शिक्षा विभाग को बधाई दी। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा आज के समय में कौशल उन्मुखी कार्यक्रम की अत्यंत आवश्यक है यह विद्यार्थी को स्वरोजगार के लिये प्रेरित करने के साथ ही कलात्मक सूझबूझ का विकास होगा व उनकी कल्पनाशीलता आर्थिकोपार्जन के द्वार खोल देगी। उपप्राचार्य डॉ. अजरा हुसैन ने विद्यार्थी की उत्साहपूर्वक लिप्पन आर्ट सीखने के लिये बधाई दी और कहा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सीखे व अपने जीवन में इनका उपयोग करें।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षा विभाग के समस्त प्राध्यापकों व छात्रों का अतुलनीय योगदान दिया। कार्यक्रम में बीएड द्वितीय सेमेस्टर के सभी विद्यार्थी उपस्थित हुए।

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