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युवा, किसान और कर्मचारी सब ठगा हुआ महसूस कर रहे है- देवेन्द्र यादव
युवा, किसान और कर्मचारी सब ठगा हुआ महसूस कर रहे है-देवेन्द्र यादव
भिलाई। छत्तीसगढ़ की जनता ‘‘मोदी की गारंटी‘‘ की ओर टकटकी लगाए देख रही थी, पर भाजपा शासन के प्रथम बजट से उनके उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
इस बजट की कोई गारंटी नहीं है, इसमें न तो लोगों की सामाजिक सुरक्षा का उल्लेख है और न ही 500 रू. में घरेलु गैस सिलेण्डर को लेकर कोई प्रावधान किया गया है। छात्रावासों में रहने वाले गरीब तबके के विद्यार्थियों को दी जाने वाले छात्रवृत्ति में न तो वृद्धि की गई है, और न ही मैट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति बढ़ाई गई है।
बजट में न ही युवा, किसान और कर्मचारियों के हित में कोई ठोस निर्णय लिया गया है। सब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। छत्तीसगढ के पर्यटन को उद्योग बनाने की बात केवल बोलने से नहीं, करने से बनेगा। परंतु इस बजट में छत्तीसगढ़ के भांचा प्रभु श्रीराम के ननिहाल को सजाने-संवारने की पहल दूर तक नहीं दिखती है। हमारी सरकार, माननीय भूपेश बघेल की सरकार ने माता कौशिल्या की पवित्र स्थान कचांदूर समेत श्रीराम वन गमन पथ को संवारने की पहल की है।
जहां लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कांग्रेस की सरकार ने प्रभु श्रीराम वन गमन पथ को न केवल धरातल तक उकेरने सवांरने का काम किया, बल्कि उसे पर्यटन के रूप में विकसित किया है। लेकिन इस सरकार की मंशा उसे सजाने-संवारने की दिशा में नहीं दिख रही है।
भिलाई, रायगढ़, कोरबा, रायपुर प्रदेश की आर्थिक नगरी है। जो मेहनतकश श्रमिकों के प्रयासों से प्रदेश नित नए आयाम गढ़ रहे हैं, परंतु इस बजट में श्रमिकों के लिए कोई प्रावधान नहीं है। श्रमिकों की मेहनत को सरकार ने भुला दिया है।