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जिला चिकित्सालय दुर्ग के नेत्र विभाग में सतत् रुप से किये जा रहे जन्मजात मोतियाबिंद के ऑपरेशन…

जिला चिकित्सालय दुर्ग के नेत्र विभाग में सतत् रुप से किये जा रहे जन्मजात मोतियाबिंद के ऑपरेशन

दुर्ग । जिला चिकित्सालय दुर्ग के नेत्र रोग विभाग मंे मरीज सतत् रूप से नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं उनकी टीम के कार्यों से लाभान्वित हो रहे है, इसका ताजा उदाहरण वर्तमान में देखने को मिला है, जहाँ मरीज प्रतीज्ञा उम्र 13 वर्ष जो कि ग्राम गिंधवा ब्लाक डोंडीलोहरा जिला बालोद की निवासी है, आँखो की समस्या के ईलाज के लिये विगत 6 माह से विभिन्न अस्पतालों में भटक रही थी, उन्हंे जिला बालोद से विगत 11 सितम्बर 2023 को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय दुर्ग रेफर किया गया था। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना जैफ द्वारा बताया गया कि मरीज को 1 आँख से बिल्कुल नही दिखाई दे रहा था, सिर्फ टॉर्च की लाईट में ही मरीज आंशिक रूप से थोड़ा बहुत देख पा रही थी। मरीज की प्रारंभिक जाँच के बाद पाया गया कि मरीज जन्मजात मोतियाबिंद से ग्रसित थी। मरीज की सर्जरी 13 सितम्बर 2023 को डॉ. संगीता भाटिया के नेतृत्व में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना जैफ एवं उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक की गयी जिसमंे श्री शत्रुहन सिन्हा, श्रीमती माया लहरे, श्रीमती दुर्गा सिन्हा, नेत्र सहायक अधिकारी श्री विवेक सोनी एवं श्रीमती आशा ब्रह्मभट्ट ओटी नर्सिंग इंचार्ज एवं उनकी टीम द्वारा विशेष योगदान दिया गया। सर्जरी के बाद मरीज के विजन में काफी सुधार देखने को मिला है। इसके पूर्व मंे भी 6 सितंबर 2023 को जिला चिकित्सालय में 1 ही दिन में कुल 31 मरीजो के मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन किये गये थे जिसमें अधिकांश मरीज धमधा, निकुम, दुर्ग एवं भिलाई के लाभान्वित हुये है। जिसमें मरीज तमन्ना उम्र 13 वर्ष जोकि चोट के कारण मोतियाबिंद से ग्रसित थी उनकी भी सफलतापूर्वक सर्जरी की गयी। अस्पताल के नेत्र विभाग में प्रतिमाह औसतन 250-300 मरीजांे की सर्जरी की जा रही है। दुर्ग जिले के साथ-साथ आसपास के अन्य जिले के मरीज भी लाभान्वित हो रहे हैं।

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