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30 लाख रुपए की लागत से बनेगा वनमंडल कार्यालय परिसर में मिलेट कैफे

30 लाख रुपए की लागत से बनेगा वनमंडल कार्यालय परिसर में मिलेट कैफे

– शासन को भेजा गया है प्रस्ताव

– हरियाली से भरे परिसर में खानपान के शौकीन लोगों के लिए बेहतरीन जगह होगी

दुर्ग । संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है। जिले में सभी नगरीय निकायों में मिलेट कैफे स्थापित किये जाने हैं। वनमंडल कार्यालय जिले का पहला ऐसा कार्यालय परिसर होगा जहां मिलेट कैफे होगा। इसके लिए 30 लाख रुपए का प्रस्ताव शासन के समक्ष स्वीकृति हेतु बेजा जा चुका है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएफओ शशिकुमार ने बताया कि मिलेट्स स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सबसे बढ़िया खाद्य पदार्थ हैं। इसमें रागी होता है जो आयरन का सबसे अच्छा स्रोत है। इस वजह से इसके सेवन से हीमोग्लोबिन तेजी से बढ़ता है। श्री कुमार ने बताया कि रागी के अलावा कोदो कुटकी एवं अन्य मोटे अनाजों के बने व्यंजन भी यहां पर होंगे। व्यंजनों को बनाने के लिए मिलेट्स के जाने-माने शेफ द्वारा कैफे संचालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यहां के मेनू में मिलेट्स के व्यंजनों की वो सारी रेंज होगी जो महानगरों में मिलेट्स कैफे में होती हैं। मीठे और खारे व्यंजनों के शौकीन लोगों के लिए शहर के मध्य में हरियाली से भरे परिसर में आक्सीजन जोन के निकट यह सबसे उम्दा जगह होगी। वनमंडल परिसर हरियाली से भरा है। यहां पर मिलेट कैफे स्थापित होने से स्वाभाविक रूप से बड़ी संख्या में नागरिक जुटेंगे क्योंकि शहर का सबसे हरियाली से भरा परिसर यही है। इस तरह से यह जगह खाने के शौकीन लोगों के लिए सबसे आकर्षक जगह बन कर उभरेगी। उल्लेखनीय है कि आयरन कंटेट के अलावा भी रागी में परंपरागत खाद्य पदार्थ गेंहू और चावल की जगह डायट्रीफाइबर और पालीफेनाल्स अधिक होते हैं इससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। शिशुवती महिलाओं के लिए तो यह सबसे ज्यादा उपयोगी है क्योंकि दूध इससे अधिक आता है। फाइबर के बेहतर स्रोत होने के साथ ही विटामिन बी और फालिक एसिड का अच्छा स्रोत है। इसके साथ ही शरीर की एनर्जी को बनाये रखने के साथ ही वजन को नियंत्रित रखने में भी यह अच्छी भूमिका निभाता है।

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