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दुर्ग जिला, महिला मानव दिवस सृजन करने में राज्य में प्रथम स्थान बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया…

दुर्ग जिला, महिला मानव दिवस सृजन करने में राज्य में प्रथम स्थान बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया

 

दुर्ग – दुर्ग जिला, प्रदेश में महिलाओं के लिए रोजगार सृजन करने में प्रथम स्थान पर है। जिले में मनरेगा के तहत् 1 लाख 1 हजार 855 पंजीकृत परिवारों में 83 हजार 389 महिलाओं ने कार्य किया है। योजनांतर्गत 29 लाख 34 हजार 626 मानव दिवस अर्जित किया गया है। जिसमें महिलाओं द्वारा 19 लाख 34 हजार 712 मानव दिवस अर्जित कर राज्य में प्रथम स्थान बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत् जिले के महिलाओं ने पुरूषों से आगे आ कर कार्य किया है। लाकडाउन के दौरान रोजगार के लिए संकट के इस दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने में मनरेगा योजना सहायक सिद्ध हुई है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में माह अगस्त तक ग्रामीण परिवारों को आत्म निर्भर बनाने में मनरेगा योजना का पूरा योगदान रहा है। जनपद पंचायत दुर्ग, धमधा, पाटन के ग्राम पंचायतों में वैश्विक महामारी के दौरान हुए लॉकडउन में जिले में मनरेगा के तहत वर्ष 2021-22 में 7607.15 लाख राशि के कुल 4474 निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए। इनमें जनपद पंचायत दुर्ग में राशि 3317.04 लाख से 1524 कार्य, जनपद पंचायत धमधा में राशि 4689.67 लाख, से 1224 कार्य एवं जनपद पंचायत पाटन में राशि 6731.37 लाख से 1999 कार्य किया गया है।
सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए रोजगार गारंटी योजना सार्थक सिद्ध हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं आगे आ कर रोजगार के इस अवसर का लाभ ले रही हैं।
जिले में निरंतर रोजगार का अवसर ग्रामीण को मिला है, जिसके परिणामस्वरूप महात्मा गांधी नरेगा में कुल 77 करोड़ 26 लाख व्यय किया गया है। जिसमें मजदूरी में 58 करोड़ 84 लाख व्यय के साथ आजीविका संबर्धन के गतिविधियों को बढावा देने के लिए हितग्राही मूलक कार्याे को प्राथामिका के आधार पर कराया गया है। इसके तहत् 412 नहर नाली निर्माण, 182 नया तालाब निर्माण, 72 निजी डबरी निर्माण, 98 सामुदायिक डबरी निर्माण, 361 तालाब/बांध गहरीकरण, 88 डाईक निर्माण, 78 वृक्षारोपण कार्य 12 आँगनबाडी, 466 वाटर रिचार्ज पीठ, 27 सोकपीठ, 1430 भूमि सुधार कार्य, 150 चारागाह, 32 धान संग्रहण हेतु चबुतरा निर्माण, 131 मेड बंधान कार्य, 96 चेक डेम/स्टापडेम जीर्णाेद्वार निर्माण, 151 पोषण वाटिका, 11 बाजार शेड निर्माण, 188 सेग्रीग्रेशन यार्ड वर्कशेड निर्माण स्वीकृति किया गया है।

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