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  • भिलाई निगम क्षेत्र के प्रथम नागरिक का जनता को है बेसब्री से इंतजार…. जगह-जगह चर्चाओं का बाजार गर्म …संदीप, सुभद्रा, लक्ष्मीपति,नीरज, केशव,एकांश सहित कई रेस में…. वरिष्ठों को मिल सकता है तवज्जो…

भिलाई निगम क्षेत्र के प्रथम नागरिक का जनता को है बेसब्री से इंतजार…. जगह-जगह चर्चाओं का बाजार गर्म …संदीप, सुभद्रा, लक्ष्मीपति,नीरज, केशव,एकांश सहित कई रेस में…. वरिष्ठों को मिल सकता है तवज्जो…

भिलाई निगम क्षेत्र के प्रथम नागरिक का जनता को है बेसब्री से इंतजार…. जगह-जगह चर्चाओं का बाजार गर्म …संदीप, सुभद्रा, लक्ष्मीपति,नीरज, केशव,एकांश सहित कई रेस में…. वरिष्ठों को मिल सकता है तवज्जो…

भिलाई  – भिलाई में पार्षद चुनाव के बाद अब शहर के प्रथम नागरिक यानी महापौर पद का चुनाव होना है. भिलाई नगर निगम के लिए महापौर के दावेदारों की लंबी कतार है. कई वरिष्ठ कार्यकर्ता पार्षद चुनाव जीतकर पहली बार निगम पहुंचे वहीं कुछ युवा पार्षद बन कर पहली बार निगम पहुंचे ..कई वरिष्ठ पार्षद लगातार जीत कर जनता की कर रहे हैं सेवा…

वही भिलाई नगर निगम में पहली बार चुनाव जीतने वाले

वार्ड नंबर 5 से पहली बार चुनाव लड़ने वाले संदीप निरंकारी वैसे तो राजनीतिक क्षेत्र में लंबा अनुभव है कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े व पहली बार पार्षद बने  ।

एकांश बंछोर. एकांश बंछोर वार्ड 59 में 1660 वोट के अच्छे अंतर से जीते हैं, पहली बार पार्षद बने हैं शहर में महापौर बनने जोर-सोर से इनके नाम की हो रही है चर्चा हैं,

नीरजपाल वार्ड 60 से 1507 वोट के अंतर से जीते हैं.

66 से चुनाव जीतने वाले पार्षद लक्ष्मीपतिराजू की है,कालेज के समय से राजनीति में सक्रिय हैं. एमआईसी मेंबर रहे हैं.

वार्ड 65 से 650 वोट से चुनाव जीतने वाली सुभद्रा सिंह कई वर्षों से पार्षद रहकर वार्ड में कर रही है सेेवा ,काफी अनुभव है इनके पास काफी सीनियर हैं. अपनी जुझारु छवि के चलते अलग पहचान बना चुकी हैं, वार्ड में काफी लोकप्रिय हैं.

वहीं वार्ड नंबर 16 से केशव चौबे चुनाव जीतकर नगर निगम पहुंचे। केशव चौबे का भी राजनीतिक सफर काफी लंबा है कई वर्षों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुपेला के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

वार्ड 07 से पहली बार चुनाव जीतने वाले आदित्य सिंह की बात करें तो उनकी जीत की मार्जिन 1812 रही है. यह पूरे भिलाई निगम के चुनाव में जीत का दूसरा सबसे बड़ा मार्जिन है. आदित्य सिंह युवा चेहरा हैं और विधायक देवेन्द्र यादव के खास करीबी माने जाते हैं, अब देखना यह है कि यहां किसकी पसंद को तवज्जो देते हुए महापौर का चेहरा तब किया जाता है. क्या वरिष्ठ कार्यकर्ता को मौका मिलेगा या फिर किसी युवा चेहरे पर कांग्रेसी दांव लगाएगी?

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