- Home
- Chhattisgarh
- crime
- नव पदस्थ दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाल से बेहतर संवाद में की विशेष चर्चा.… NDA से लेकर IPS तक का सफर….
नव पदस्थ दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाल से बेहतर संवाद में की विशेष चर्चा.… NDA से लेकर IPS तक का सफर….
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आईपीएस ऑफिसर जो कई जिम्मेदारियां बेहतर ढंग से निर्वहन कर राज्य सरकार ने नई जिम्मेदारी देकर दुर्ग रेंज आईजी के रूप में भेजा है जिनसे बेहतर संवाद ने की सुपर एक्सक्लूसिव चर्चा…
दुर्ग – दुर्ग रेंज में नव पदस्थ पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश पाल से बेहतर संवाद की सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान ओपी पाल ने व्यक्तिगत एवं कार्य क्षेत्र के बारे में की चर्चा…
जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में जन्मे ओपी पाल अपनी प्रारंभिक शिक्षा के कुछ वर्ष गांव में बिताएं । फिर कुछ वर्ष शहर में उसके बाद नैनीताल में पढ़ाई की इसी दौरान यूपीएससी द्वारा आयोजित की गई एनडीए की परीक्षा पास कर सन 1985 में बतौर लेफ्टिनेंट सेना में भर्ती हुए लेफ्टिनेंट की ट्रेनिंग पुणे की खड़कवासला से लेकर लेफ्टिनेंट बने। पुणे से निकलकर देश के विभिन्न हिस्सों में देश की सेवा में लगे रहे 15 वर्षों तक अपनी सेवाएं देश के लिए दी।
सन 2003 में यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर बतौर आईपीएस भारतीय पुलिस सेवा में अपनी सेवाएं प्रारंभ की हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकैडमी से ट्रेनिंग लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे जहां छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दी। पुलिस अधीक्षक के रूप में बिलासपुर ,दंतेवाडा ,धमतरी, कोरिया उसके बाद चौथी बटालियन फिर एसपी सरगुजा ,एसपी दुर्ग, एसपी रायपुर जैसे बड़े जिलों में बताओ पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी व बेहतर कार्य कर सरकार द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का बेहतर निर्वहन किया। उसके बाद राज्य सरकार ने अतिरिक्त परिवहन आयुक्त के रूप में जिम्मेदारी दी डीआईजी प्रशासन एआईजी नक्सल ऑपरेशन सहित अनेक जिम्मेदारियां सरकार ने दी सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य भी किए। हाल ही में राज्य सरकार ने दुर्ग रेंज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जिस पर राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करने की पूरी कोशिश रहेगी ।
वही श्री पाल से पूछे गए सवाल? रेंज के कुछ जिले दूसरे राज्यों से लगे हुए हैं जहां नक्सल मूवमेंट की आहट अक्सर सुनाई पड़ती है पड़ोसी राज्यों के जिलों के पुलिस अधिकारियों से किस प्रकार का समन्वय हो जिस पर नक्सल मूवमेंट को रोका जा सके? जवाब में श्री पाल ने कहा आपसी सामंजस बहुत जरूरी है कुछ जॉइंट ऑपरेशन भी फोर्सेज द्वारा किया गया नई स्ट्रेटजी बनाकर कार्य किए जा रहे हैं । सभी जिलों में भ्रमण कर चुका हूं पुलिस ,आइटीबीपी, सीएफ सभी को साथ लेकर नक्सलियों पर ज्यादा से ज्यादा दबाव बनाकर नक्सली गतिविधियों को खत्म करने का प्रयास किया जाएगा।
चिटफंड मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक ओपी पाल ने कहा की राज्य सरकार इस विषय पर गंभीर है माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ,डीजीपी अशोक जुनेजा की मंशा के अनुरूप कार्य किए जाएंगे जिससे जल्द से जल्द निवेशकों को लाभ मिल सके। डायरेक्टरों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।
वहीं राजनीतिक मामले व आदिवासियों के प्रकरण के मामले में जल्द समीक्षा की जाएगी …