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महिलाओं ने खरीदी अगरबत्ती बनाने की मशीन, मिला प्रशिक्षण, निगम ने की आवर्ती निधि से मदद…

 

महिलाओं ने खरीदी अगरबत्ती बनाने की मशीन, मिला प्रशिक्षण, निगम ने की आवर्ती निधि से मदद…
1 घंटे में बनेगी 500 अगरबत्ती…सुगंधित अगरबत्ती के अलावा मच्छर अगरबत्ती भी होगी उपलब्ध…

भिलाई नगर – जीवन ज्योति एवं सारणी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अगरबत्ती बनाने की मशीन खरीदी है। धार्मिक एवं अन्य कार्यों में अगरबत्ती की उपयोगिता एवं मांग को देखते हुए महिलाओं ने अब लघु उद्योग के रूप में इस व्यवसाय को अपनाकर आर्थिक समृद्धि की राह पर चल पड़ी है! इस मशीन का संचालन गौठान में महिलाएं करेंगी। इसके लिए बकायदा प्रशिक्षण इन्हें दिया जा रहा है। 1 लाख 10 हजार की लागत से महिलाओं ने मशीन खरीद लिया है। कम्युनिटी ऑर्गेनाइजर सुलोचना धनकर ने बताया कि अगरबत्ती बनाने की मशीन आ चुकी है और महिलाओं को प्रशिक्षण भी मिल गया है। अगरबत्ती बनाने के लिए ट्रीमिक्स बंबू स्टिक, ऑयल एवं फ्लेवर का उपयोग किया जाता है। 1 घंटे में लगभग 500 अगरबत्ती तैयार की जा सकती है। अभ्यस्त होने के बाद यह संख्या और भी बढ़ सकती है! अगर 12 घंटे की बात करें तो 6000 अगरबत्ती तैयार हो सकती है। श्रीमती धनकर ने बताया कि अगरबत्ती की मशीन आने से तेज गति से इस पर काम होगा, इसे बनाने के लिए बहुत ज्यादा सामग्री की आवश्यकता भी नहीं है। एक प्रशिक्षित महिला भी इसे संचालित कर सकती है। उन्होंने आगे बताया कि नगर निगम से मिलने वाली आवर्ती निधि से दस-दस हजार की मदद जीवन ज्योति एवं सारणी स्व सहायता समूह की महिलाओं को मिला है। जिसकी वजह से आज अगरबत्ती की मशीन महिलाओं ने खरीदी है। इसमें सबसे अहम बात यह है कि महिलाओं को आवर्ती निधि मिलने के बाद उन्होंने पाई-पाई करके हर महीने 200 रुपए जमा करते हुए अपना बैंक बैलेंस खड़ा किया। लगभग 6 साल तक इसी तरह उन्होंने पैसा का जमाव किया। मूलधन को कभी उपयोग नहीं किया और ब्याज की राशि से ही जरूरी कार्यों के लिए पैसे का उपयोग किया। राशि का सदुपयोग करने के लिए महिलाओं ने अगरबत्ती मशीन खरीदने की सोची और महिलाओं की आपसी सहमति से मशीन की खरीदी हो चुकी है। महिलाओं का अब खुद का व्यवसाय होगा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने गौठान में फाइव एक्टिविटीज के तहत कार्य करने के निर्देश नोडल अधिकारी सुनील अग्रहरि को दिए थे। नोडल अधिकारी के निर्देशन पर सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस ने महिलाओं से समन्वय बनाकर मशीन की खरीदारी करने सहयोग किया।
*सुगंधित अगरबत्ती के अलावा मच्छर अगरबत्ती भी होगी उपलब्ध* अलग-अलग सुगंधित अगरबत्ती महिलाओं के द्वारा तैयार किया जाएगा जैसे मोगरा, गुलाब, रजनीगंधा, चमेली, केवड़ा एवं लोभांन इत्यादि। इसके अतिरिक्त मच्छर अगरबत्ती भी महिलाओं के द्वारा तैयार किया जाएगा।

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