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स्वरुपानंद महाविद्यालय में 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन समारोह संपन्न…

स्वरुपानंद महाविद्यालय में 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन समारोह संपन्न…

भिलाई – स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई में माईक्रोबायोलाॅजी विभाग द्वारा ‘बायोस्टेटिक्स इंटरनेट एप्लीकेशन इंस्ट्रूमेंटेशन एवं टेक्निकल्स’ विषय पर 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन समारोह आर.एनं. सिंह प्राचार्य शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नाकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग (छ.ग.) के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।
सर्टिफिकेट कोर्स के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये संयोजक डाॅ. शमा ए. बेग विभागाध्यक्ष माईक्रोबायोलाॅजी ने कहा बायोस्टिटेकस, रिसर्च में डेटा क्लेक्सन के लिये अत्यंत आवश्यकता है। इंस्ट्रूमेंटेशन का महत्व बताते हुये कहा रिसर्च वर्क के लिये उपकरणों का ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण है प्रविधि तकनीक का ज्ञान आवश्यक है तभी रिसर्च वर्क पूरा हो सकता हैं।
प्राचार्य डाॅ. हंसा शुक्ला ने रिसर्च का महत्व बताते हुये कहा हमें किसी भी तकनीकि का गुलाम नहीं बनना है अपितु उसका उपयोग करना है। कई बार हम सिर्फ काॅपी पेस्ट करते है यह गलत है। शोध के लिये आंकडे एकत्रित कर उसका विश्लेशण करने के बाद ही शोध के उद्देश्य को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम आयोजन के लिये बधाई देते हुए प्रतिभागियों से कहा कि सर्टिफिकेट कोर्स में नियमित उपस्थिति से अपने शोध कार्य को उद्देश्य पूर्वक सम्पादित कर सकते हैं।
डाॅ. आर.एन. सिंह ने अपने आतिथ्य उद्बोधन में कहा भारत रिसर्च क्षेत्र में पीछे हैं इस समय कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है प्लेटो के विचारों के उल्लेख करते हुए कहा जिस व्यक्ति को गणित का ज्ञान नहीं है वह हमारी संस्था में प्रवेश न ले। उन्होंने इंटरनेट का महत्व बताते हुये कहा इंटरनेट में ज्ञान-विज्ञान का अपार साहित्य उपलब्ध है। शोध के मुख्य आयामो को समझने के लिये यह कोर्स अत्यंत उपयोगी है बशर्ते प्रतिभागी इसे सीखने के उद्देश्य से पूर्ण करें।
कार्यक्रम में मंच संचालन राखी अरोरा स.प्रा. माईक्रोबायोलाॅजी विभाग व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. शमा ए. बेग विभागाध्यक्ष माईक्रोबायोलाॅजी ने किया।
कार्यक्रम में विभिन्न महाविद्यालयों के स्नात्तकोत्तर विद्यार्थी, शोधार्थी एवं सहायक प्राध्यापक उपस्थित हुये।

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