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  • कोरोना को मात देने भिलाई क्षेत्र में प्रारंभिक दौर से वर्षभर हुए बेहतरीन कार्य, नियमों का उल्लंघन करने वाले 3681 पर अब तक हुई कार्यवाही…

कोरोना को मात देने भिलाई क्षेत्र में प्रारंभिक दौर से वर्षभर हुए बेहतरीन कार्य, नियमों का उल्लंघन करने वाले 3681 पर अब तक हुई कार्यवाही…

 

कोरोना को मात देने भिलाई क्षेत्र में प्रारंभिक दौर से वर्षभर हुए बेहतरीन कार्य, नियमों का उल्लंघन करने वाले 3681 पर अब तक हुई कार्यवाही…

*-कोरोनावायरस को खत्म करने हर स्तर पर हुआ कार्य*

भिलाई नगर –  कोरोनावायरस को पूर्ण रूप से समाप्त करने प्रारंभिक दौर से लेकर 9 महीने में भिलाई क्षेत्र में बेहतरीन कार्य हुए हैं! जब कोरोना ने निगम क्षेत्र में अपने पैर नहीं पसारे थे तब माह मार्च से ही भिलाई निगम अलर्ट मोड पर रहा है! मार्च के शुरुआती दौर से निगम प्रशासन ने महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, जिलाधीश तथा निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में कोरोना को मात देने का कार्य प्रारंभ कर दिया था! निगम प्रशासन ने सर्वप्रथम पूरे भिलाई के प्रमुख क्षेत्रों में, सार्वजनिक स्थलों में, चौक चौराहों में, बाजार क्षेत्रों में तथा अन्य 130 से अधिक स्थानों पर हाथ धुलाई केंद्रों की व्यवस्था की तथा आने-जाने वालों से हाथों को संक्रमण मुक्त रखने अपील की गई! शासन के आदेश पर निगम का त्वरित रिस्पॉन्स रहा है! आदेश प्राप्त होते ही निगम क्षेत्र के सार्वजनिक लाइब्रेरी, व्यायामशाला, तरणताल (स्विमिंग पूल) एवं वाटर पार्क को बंद कराया गया! मार्च माह में ही कोरोनावायरस के मद्देनजर जन जागरूकता अभियान वृहद रूप से चलाया गया! इसके लिए गली मोहल्लों में प्रचार रथ चलाया गया तथा पोस्टर, पंपलेट, होर्डिंग, मुनादी के माध्यम से प्रचार किया गया! उस दौरान शासन का आदेश प्राप्त होते ही मल्टीप्लेक्स, सिनेमाघर को बंद कराने निगम की टीम दिन-रात मुस्तैदी से काम करती रही! निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत संचालित मॉल, चौपाटी, बाजार, फास्ट फूड को बंद कराया गया! आदेश का उल्लंघन की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया! लॉकडाउन के समय अत्यावश्यक सेवाएं जैसे स्वच्छता, पेयजल, विद्युत आपूर्ति एवं आपातकालीन सेवाएं देने निगम के कर्मचारियों ने कमाल की सेवाएं दी! लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए छात्रों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया, और सूचना प्राप्त होने पर तत्काल मदद पहुंचाई गई! लॉक डाउन का पालन कराने निगम की टीम अलर्ट मोड पर रही! अधिक कीमत पर सामग्री विक्रय करने वालों पर भी खाद्य विभाग से समन्वय बनाकर कार्यवाही की गई! निगम के अधिकारी/कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपना 1 दिन का वेतन दिया! विदेश यात्रा एवं बाहर से वापस आने वाले व्यक्तियों की पहचान को प्राथमिकता दी गई, इनमें किसी प्रकार के लक्षण तो नहीं है इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर एकत्रित की गई! ऐसे लोगों के होम आइसोलेशन की अवधि पर लगातार नजर रखी गई! इन गतिविधियों में तेजी लाने के लिए 20 वाहन एवं 84 कर्मचारी तैनात किए गए! होम आइसोलेशन वाले घरों में स्टीकर चस्पा करने का कार्य किया गया, इसकी सतत मॉनिटरिंग की गई! कंटेनमेंट जोन की निगरानी के लिए विशेष टीम गठित की गई! सोशल डिस्टेंस मेंटेन कराने के लिए सकरी बाजार क्षेत्रों को बड़े मैदान में शिफ्ट करने का कार्य किया गया! बाजार में मास्क की उपलब्धता की कमी होने पर स्व सहायता समूह की महिलाओं को मास्क बनाने की जिम्मेदारी दी गई एक से दो माह में 60,000 से अधिक मास्क तैयार किए गए आगे यह सतत क्रम में जारी रहा! निगम के सफाई कर्मचारी, शव वाहन एवं मुक्तिधाम के कर्मचारियों ने इस कठिन परिस्थिति में तत्परता से अपनी सेवाएं दी! निगम प्रशासन ने प्रथम पंक्ति पर कार्य कर रहे हैं ऐसे कोरोना वारियर्स के स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए समय-समय पर इनका स्वास्थ्य एवं कोरोना परीक्षण करवाया, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई! मेयर ने स्वच्छता कर्मचारियों के लिए सुरक्षा सामग्री खरीदने महापौर निधि से 5 लाख रुपए दिए! वर्तमान में भी जिला कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर कोरोना को समाप्त करने निगम द्वारा प्रत्येक स्तर पर कार्य किया जा रहा है! आज भी निगम कार्यालय में बिना मास्क के प्रवेश वर्जित है! मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है! नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना वसूला जा रहा है! सैनिटाइजिंग कार्य निरंतरता पर है! सोशल डिस्टेंस को लेकर कार्रवाई की जा रही है! जन जागरूकता के तहत प्रचार-प्रसार किया जा रहा है! कोरोना को हराने प्रारंभिक दौर से आज तक हर स्तर पर निगम प्रशासन सतर्कता से कार्य कर रहा है!
*बेघर लोगों के लिए की गई थी विशेष पहल* कोरोना के प्रारंभिक दौर में लॉकडाउन के दौरान बेघर लोगों के लिए एक बड़ी समस्या आवास और भोजन की खड़ी हो गई थी! तब निगम प्रशासन ने ऐसे बेघर लोगों के लिए कमाल का कार्य किया! दिन और देर रात्रि तक ऐसे लोगों की खोजबीन कर उन्हें आश्रय स्थल में जगह दी गई! जगह की कमी नहीं होने देने के लिए अस्थाई आश्रय स्थल तैयार किए गए! निराश्रित लोगो को निगम प्रशासन ने आश्रय स्थल में सहारा दिया, घर जैसा माहौल दिया गया, भोजन की भरपूर सुविधाएं दी गई, मनोरंजन के संसाधन उपलब्ध कराए गए! जरूरतमंदों तक भोजन, राशन सामग्री, मेडिकल सामग्री पहुंचाने का काम किया गया!
*पूरे क्षेत्र को संक्रमण मुक्त रखने सैनिटाइजिंग अभियान* कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए निगम क्षेत्र के प्रत्येक गली, मोहल्ले, घरों, दुकानों, बाजार तथा अन्य क्षेत्र में सैनिटाइजिंग अभियान वृहद रूप से चलाया गया, जो कि आज भी जारी है! अलग-अलग क्षेत्रों में टीम नियुक्त कर सैनिटाइजिंग कार्य किया गया! निगम क्षेत्र को संपूर्ण रूप से कवर करने के लिए हैंड स्प्रेयर के अलावा टैंकर एवं अग्निशमन जैसे वाहनों की मदद ली गई! दिन के अलावा रात्रि में भी सैनिटाइजिंग का कार्य किया जाता रहा है!
*जनप्रतिनिधि, समाजसेवियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही*
कोरोना कॉल में लॉक डाउन के दौरान जनप्रतिनिधि, समाजसेवियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही! मेयर ने अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा किया, जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया! स्वच्छता कर्मचारियों के लिए सुरक्षा सामग्री खरीदने अपने निधि की राशि प्रदान की! लोगों तक सहायता पहुंचाने स्वयं तत्पर रहें! महापौर परिषद के सदस्य एवं कई पार्षदों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में अपनी मानदेय की राशि दी! इन्होंने जरूरतमंदों को लॉकडाउन में सहायता पहुंचाई, मास्क और सैनिटाइज का वितरण किया! इसी प्रकार से समाजसेवियों ने भी बुरी परिस्थिति में जरूरतमंद तक राहत पहुंचाने का बड़ा कार्य किया है!
*नियमों के उल्लंघन करने वालों पर निरंतर करवाई* लॉकडाउन एवं कोरोना कॉल में नियमों की अनदेखी करने वालों पर जबरदस्त कार्यवाही निगम प्रशासन द्वारा की गई! सार्वजनिक स्थानों पर मास्क या अन्य तरीके से चेहरा नहीं ढके पाए जाने पर, सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने पर, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर, विक्रेताओं द्वारा मास्क का उपयोग नहीं किए जाने पर, लॉकडाउन के दौरान दुकान खुला पाए जाने पर, समय का ध्यान नहीं रखने वाले दुकानदारों पर, और समय-समय पर शासन, जिला प्रशासन एवं निगम प्रशासन द्वारा जारी किए जाने वाले आदेश का उल्लंघन करने वाले ऐसे 3681 लोगों पर अब तक कार्रवाई की गई है! सबसे अधिक अर्थदंड की कार्यवाही मास्क नहीं पहनने को लेकर निगम प्रशासन ने की है! नियमों के उल्लंघन पर कारवाही सतत जारी है!

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