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पाकर घाट डायवर्सन से वनांचल के किसानों के जीवन में आई खुशहाली : लगभग 9 हजार एकड़ कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा हुई निर्मित

रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन के वन विभाग द्वारा बलौदाबाजार वनमंडल के सोनाखान परिक्षेत्र में स्थित बगबुड़ा नाला में पाकर घाट डायवर्सन का निर्माण वनांचल के किसानों के जीवन में खुशहाली लेकर आया है। कैम्पा मद के अंतर्गत 2 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से निर्मित पाकर घाट डायवर्सन से लगभग 15 गांवों के लोग लाभान्वित होंगे और वहां 9 हजार एकड़ से अधिक कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी।
कैम्पा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री व्ही.श्रीनिवास राव ने बताया कि वनांचल में सोनाखान परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम भरका से तीन किलोमीटर की दूरी पर बगबुड़ा नाला में पाकर घाट डायवर्सन का निर्माण किया गया है, जिसकी चौड़ाई 27 मीटर तथा ऊंचाई 5 मीटर है। इसके निर्माण से कसडोल क्षेत्र के आसपास के भू-जल स्तर में काफी सुधार हुआ है। पाकर घाट के डायवर्सन के निर्माण के बाद यहां स्थल पर 865 मीटर तक 5 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 लाख 31 हजार 100 क्यूसेक मीटर पानी का भराव था, जिसे सिंचाई तथा वन्यप्राणियों के लिए सुरक्षित रख पाना संभव हुआ।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा वर्षा ऋतु के समय वर्षा का अंतराल बढ़ जाने के कारण खरीफ फसल में लगभग 3 हजार 200 एकड़ कृषि भूमि में इस डायवर्सन के माध्यम से सिंचाई का कार्य किया गया। पाकर घाट डायवर्सन से सोनाखान वन परिक्षेत्र के मालीडीह, बम्हनी, टेमरी, कोसमसरा, सेमरिया, खर्वे, कसडोल, धौराभाठा, दर्रा, नवापारा, नारायणपुर, खरहा तथा चकरवाय आदि गांवों में सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ है। इससे 9 हजार 32 एकड़ कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके निर्माण से आसपास के क्षेत्र में वनों के पुनरूत्पादन में भी वृद्धि हुई है।

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