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छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस जम्बूरी 2024 का हुआ उद्घाटन…

 

छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस जम्बूरी 2024 का हुआ उद्घाटन…

*-“दूसरों की सेवा, सहयोग करने के लिए रेडक्रॉस संकल्पित है”- संभागायुक्त श्री राठौर*

*”सबसे बड़ा काम रक्त दान” – सीईओ श्री राउत*

*”मानव की सेवा करना बहुत बड़ा धर्म”- आईजी श्री गर्ग*

*”छात्रों को न केवल मानव सेवा के लिए प्रेरित करेगा, व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में भी सहायक होगा”- कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी*

दुर्ग। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी दुर्ग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण सह सदभावना शिविर का आज भारती यूनिवर्सिटी पुलगांव में संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर की मुख्य आतिथ्य एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस जम्बूरी-2024 का उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर रेडक्रॉस सोसायटी सीईओ श्री एम.के.राउत, चेयरमेन श्री अशोक कुमार अग्रवाल, संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर एवं अध्यक्ष सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने दीप प्रजज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पांच दिवसीय चलने वाले जूनियर रेडक्रॉस मीट में आज द्वितीय दिवस 33 जिलों से आए छात्र-छात्रा द्वारा मार्च पास्ट कर अतिथियों को सलामी दी गई। तत्पश्चात बटालियन द्वारा घुड़सवारी का प्रदर्शन किया गया, जिसे लोगों ने खुब सराहा।
संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर ने जूनियर रेडक्रॉस मीट 2024 को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि इस शिविर में भाग लेने सभी विद्यार्थी रेडक्रॉस के उद्देश्यों को समझते हुए मानव सेवा की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। दूसरों की सेवा, सहयोग करने के लिए रेडक्रॉस संकल्पित है। इसके लिए उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। रेडक्रॉस सोसायटी स्वार्थ से परे रहकर दिन-रात दूसरों की भलाई में जुटे रहने वाला है। समाज की सेवा के लिए संकल्पित होकर काम करें, जो भारत देश को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।
रेडक्रॉस सोसायटी के सीईओ श्री एम.के.राउत ने कहा कि राज्य के प्रत्येक शालाओं तक रेडक्रॉस की मानवसेवी गतिविधियों एवं प्रशिक्षण को पहंुचने हेतु 18 से 22 अक्टूबर तक राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस मीट का आयोजिन किया गया है। इस जम्बूरी में 800 से भी अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए है। जूनियर रेडक्रॉस सेवा में स्कूली बच्चों को जोड़ा गया है, क्योकि आज का बच्चा कल का नागरिक है। हमारा कर्तव्य समाज एवं जनमानस के कार्यो के लिए है। रेडक्रॉस ब्लड बैंक रक्त दान से जुड़ा हुआ है। सबसे बड़ा काम रक्त दान करना है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में भाग लेने प्रेरित किया और कहा कि जब आप यहां से जाए तो हाथ में ट्रॉफी लेकर जाएं। जब कभी भी जम्बूरी की बात हो तो आप आगे आएं।
पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग ने कहा कि भारत में वर्ष 1920 में भारतीय रेडक्रॉस का गठन हुआ। शारीरिक स्वास्थ्य की उन्नति, रोगों का प्रतिबंध, पीड़ितों की सहायता रेडक्रॉस का मुख्य कार्य है। रेडक्रॉस हमे सीखाता है कि एक अच्छे इंसान बनें, क्योकि मानव की सेवा करना बहुत बड़ा धर्म है।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद जूनियर रेडक्रॉस का यह प्रथम जम्बूरी है जिसकी मेजबानी का सौभाग्य दुर्ग जिले को प्राप्त हुआ है। यह आयोजन 18 से 22 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इस जम्बूरी में उपस्थित समस्त अतिथियों एवं विभिन्न जिलों से पधारे प्रतिभागियों का हम हार्दिक अभिनंदन करते है। भारतीय रेडक्रॉस का मिशन मानवीय गतिविधियों के सभी पहलुओं को हर समय प्रेरित व प्रोत्साहित करना है, जिससे हम अपने आस-पास सकारात्मक परिवेश तैयार कर सकें। यह शिविर प्रतिभागियों के ज्ञान और अनुभव को समृध्द करते हुए उनकी सोच को नई दिशा देगी तथा छात्रों को न केवल मानव सेवा के क्षेत्र में आगे बढने के लिए प्रेरित करेगा बल्कि उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में भी सहायक होगा। इस शिविर में भाग लेने वाले छात्र रेडक्रॉस के मूल्यों को आत्मसात कर मानव सेवा के प्रति समर्पित भाव से अवश्य ही कार्य करेंगे।
इस शिविर में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों से 409 बालक व 498 बालिकाएं इस प्रकार कुल 907 प्रतिभागी, 109 प्रभारी शिक्षकों के साथ सम्मिलित हुए हैं। इस 05 दिवसीय शिविर में रेडक्रॉस के उद्देश्यों के अनुरूप विभिन्न गतिविधियों का समावेश किया गया है। जिसमें प्रतिदिन प्रातः योग व व्यायाम के साथ दिनचर्या प्रारंभ करते हुए साहित्यिक, सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के साथ-साथ विद्यार्थियों में मूल्यों के विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है। शिविर में एडवेंचर्स एवं फन गेम का एक ऐसा एरिना तैयार किया गया है जहाँ बच्चे अपने साहसिक क्षमता का विकास एवं प्रदर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है जहाँ बच्चे न केवल अपनी सांस्कृतिक कला का प्रदर्शन करेंगे अपितु विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक कला विविधताओं से परिचित हो सकेंगे। विभिन्न जिलों से आए हुए विद्यार्थियों के लिए एक्सपोजर विजिट का भी प्रावधान किया गया है जिसमें भिलाई इस्पात संयंत्र, आई.आई.टी. जैसे राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं का भ्रमण कराया जायेगा। इस शिविर में शामिल होने वाले सभी विद्यार्थियों से कहा कि इस शिविर में सक्रिय रूप से अपना भागीदारी देकर इस भव्य आयोजन के साक्षी बनें।

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