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जिला कलेक्टरेट में साइबर अपराधों पर जागरूकता कार्यक्रम, दुर्ग पुलिस द्वारा अधिकारियों को दिए गए महत्वपूर्ण सुरक्षा टिप्स….

जिला कलेक्टरेट में साइबर अपराधों पर जागरूकता कार्यक्रम, दुर्ग पुलिस द्वारा अधिकारियों को दिए गए महत्वपूर्ण सुरक्षा टिप्स….

दुर्ग। छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के निर्देशन में, पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला के पर्यवेक्षण में, राज्यव्यापी साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के तहत जिला कलेक्टरेट सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अरविंद एक्का, जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन, ज्वाइंट कलेक्टर मुकेश रावटे, एसडीएम दुर्ग हरवंश मिर्री सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

साइबर अपराधों से बचाव के टिप्स:

पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने सभा को संबोधित करते हुए साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी अक्सर लालच, डर, और विश्वास का लाभ उठाकर लोगों से ठगी करते हैं। श्री गर्ग ने साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए कुछ महत्वपूर्ण तकनीकी उपाय भी साझा किए, जिनसे अधिकारी और कर्मचारी खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने सभी से साइबर प्रहरी अभियान से जुड़ने की अपील की ताकि समाज को साइबर अपराध से मुक्त किया जा सके।
साइबर क्राइम की रोकथाम पर जोर:

पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला ने साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों और उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने उपस्थित शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों से अपील की कि वे लालच से बचें और साइबर अपराध से सुरक्षित रहने के लिए सावधानी बरतें। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक झा ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान समय में साइबर अपराधी तकनीकी कौशल का इस्तेमाल कर नए-नए तरीकों से अपराध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी अब वॉइस क्लोनिंग तकनीक का उपयोग कर लोगों को धोखा दे रहे हैं, जिसमें आपकी आवाज की नकल कर ठगी की जा रही है। इस प्रकार के अपराध से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे इन तकनीकी खतरों से बचने के लिए खुद को जागरूक करें और साइबर प्रहरी अभियान से जुड़ें। नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर सत्य प्रकाश तिवारी ने ट्रेंडिंग साइबर क्राइम, साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऑनलाइन रिपोर्टिंग के तरीकों पर भी विस्तृत जानकारी दी, जिससे आम नागरिक साइबर अपराधों की शिकायत कर सकें । अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अरविंद एक्का ने दुर्ग पुलिस द्वारा चलाए जा रहे साइबर जागरूकता अभियान की सराहना की। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे इस अभियान के तहत खुद भी सतर्क रहें और समाज में साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता फैलाएं। उन्होंने साइबर प्रहरी अभियान से जुड़ने की भी अपील की। उपस्थित अधिकारी: इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण वेद व्रत सिरमौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक झा, अति. पुलिस अधीक्षक यातायात सुश्री रिचा मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक यातायात सतीश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरीश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर सत्य प्रकाश तिवारी, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन आशीष बंछोर, साइबर प्रहरी नोडल अधिकारी उप निरीक्षक डॉ संकल्प राय, पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला सहित 100 से अधिक प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

दुर्ग पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है कि वे साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। साइबर प्रहरी अभियान से जुड़कर समाज में सुरक्षा और जागरूकता का प्रसार करें।

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