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अटल बिहारी वाजपेई छत्तीसगढ़ के लिए और अधिक महत्वपूर्ण, क्योंकि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर, हमारे पुरखों के सपनों को पूरा किया- सांसद विजय बघेल

अटल बिहारी वाजपेई छत्तीसगढ़ के लिए और अधिक महत्वपूर्ण, क्योंकि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर, हमारे पुरखों के सपनों को पूरा किया- सांसद विजय बघेल

भिलाई। आज यहां जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर देश के दसवें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को उनकी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की गई. यहां सांसद विजय बघेल के निवास पर भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई.इस अवसर पर बोलते हुए सांसद विजय बघेल ने कहा कि देश के यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जीवन के बारे में पूरा देश ही नहीं पूरी दुनिया जानती है. पूरी दुनिया की राजनेता उन्हें सम्मान देते थे.वे छत्तीसगढ़ के लिए और अधिक महत्वपूर्ण है,क्योंकि उन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों के सपने को पूरा किया है.उन्हें,इसके लिए पूरा छत्तीसगढ़ हमेशा -हमेशा याद रखेगा.

कार्यक्रम में प्रारंभ में सभी ने यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में उन्हें याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेई जी को देश में सुशासन लाने के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान देश को सोने की चिड़िया बनाने के कार्यक्रमों की शुरुआत की और देश में सुशासन लाने का काम किया.

उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई जी कविहृदय, साहित्यकार, लेखक और ओजस्वी वक्ता थे. उनमें राष्ट्र प्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी थी और वह सिर्फ देश सेवा के लिए काम करते रहे. उन्होंने छत्तीसगढ़ के हमारे पुरखों की भावनाओं को समझा और इस राज्य का गठन किया. सांसद श्री बघेल ने कहा कि जिनके शब्दों से फूल झड़ते थे, जिनके शब्द सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते थे, विरोधी भी उनको सुनने के लिए उनकी सभाओ में आते थे. अंतिम 9 वर्षों तक उनके मुख से कोई भी शब्द निकलना बंद हो गया, क्योंकि वे,जिस रास्ते पर आगे बढ़ना चाहते थे, उन्हें उस रास्ते पर बढ़ने से रोकने कई बढ़ाएं खड़ी कर दी गई थी.

स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी देश को सोने की चिड़िया बनाने के रास्ते पर निकल पड़े थे. देश को समृद्ध खुशहाल बनाना चाहते थे, लेकिन उनके जैसे महान पुरुष को भी दुर्भावना से रोका गया. इससे उनका ऐसी पीड़ा हुई कि उन्होंने बोलना बंद कर दिया. सांसद श्री बघेल ने उपस्थित जनों को अटल जी जैसे महापुरुष ने जो स्वप्न देखा है, उनके मन में राष्ट्र सेवा और देश हित की जो भावना थी, उन भावनाओं के अनुरूप आगे काम करने का संकल्प करने का आह्वान किया.

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