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स्वरूपानंद महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव की धूम, पुरस्कार से खिले चेहरे…

स्वरूपानंद महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव की धूम, पुरस्कार से खिले चेहरे
भिलाई । स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई वार्षिक उत्सव में आज नृत्य और संगीत की मनमोहक बयार बही, वहीं नृत्य में भारतीय संस्कृति की झलक पेश की तो विद्यार्थियों ने गीत और मॉडलिंग में भी अपना उत्साह दिखाया। स्टूडेंट लोक नृत्य रीमिक्स व फिल्मी गानों पर झूमते रहे। मस्ती और उत्साह का माहौल देखते ही बनता था इस अवसर पर प्रतिभावान छात्र-छात्राओं एवं वर्ष भर विविध गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया इस अवसर पर डॉ. शमा ए बेग विभागा अध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी की किताब इंट्रोडक्शं टू माइक्रोबायोलॉजी, प्रकाशक – इटावेरियन इंटरनेशनल प्रकाशक (ओआईपी) एवं वेसिकुलर अर्बुस्कुलर माइक्रोरिजल (वीएएएम) फंगी (कंपेटिबिलिटी ऑफ वैरिटी ऑफ राइस) प्रकाशक इको पब्लिशिंग हाउस का विमोचन किया गया।वार्षिक उत्सव के मुख्य अतिथि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री भूपेंद्र कुलदीप एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष गंगाजली शिक्षण समिति के अध्यक्ष श्री आई. पी. मिश्रा थे विशेष अतिथि के रूप में महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिशा शर्मा, श्रीमती सविता मिश्रा रूप में उपस्थित हुई।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन एवं तृष्णा नायर एवं तृप्ति नायर एमएड द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने महाविद्यालय के विभिन्न गतिविधियों उपलब्धियां एवं विकास को रेखांकित करते हुए महाविद्यालय का प्रतिवेदन पढ़ा व कहा महाविद्यालय की शिक्षा का उद्देश्य उत्तम से सर्वोत्तम की ओर है छात्रों के चरित्र निर्माण, प्लेसमेंट एवं सर्वांगीण विकास पर बल दिया जाता है उन्होंने कहा वास्तव में महाविद्यालय की उपलब्धि शिक्षको व विद्यार्थियों की उपलब्धि है जो हमेशा किसी भी कार्य में महाविद्यालय के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा होता है। महाविद्यालय के विद्यार्थी संस्कारों से पूर्ण व अनुशासित है।
वार्षिक उत्सव के अध्यक्ष श्री आई. पी. मिश्रा ने पुरस्कृत प्राध्यापको व विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा आज का भारत वह नहीं है जो तीस वर्ष पहले था अब स्थितियां बदल गई है तब उन्नीस सौ बयासी में फ़ोन पर बात करना बहुत बड़ी बात हुआ करती थी पर आज अमेरिका, इंग्लैंड में घटी घटना का पता दो मिनट में चल जाता है सम्पूर्ण विश्व आज सूचना प्रौद्योगिकी के कारण ग्लोबल विलेज में परिवर्तित हो गया है। सम्पूर्ण विश्व का बत्तीस प्रतिशत युवा भारत में ही है। आज सम्पूर्ण विश्व भारत की ओर देख रहा है। आजादी के समय पचास विश्वविद्यालय, महाविद्यालय थे अब यह हजारों में है। हमने अपनी पहचान अपनी संस्कृति के आधार पर बनाई है। आज सम्पूर्ण विश्व भारत का लोहा मान रहा है।
मुख्य अतिथि डॉक्टर कुलदीप ने अपने आतिथ्य उदबोधन में पुरस्कृत विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा जब आप ऑब्जर्व करेंगे, तभी आप सीखेंगे,जब आप सीखेंगे, तभी सफलता प्राप्त करेंगे। जीवन मिला है तो अपना आधार स्तंभ बनाए। आप चिंतन करिए क्या हम सही दिशा में जा रहे है। कभी तनाव न ले वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुमान से हर वर्ष डेढ़ लाख लोग सुसाइड कर लेते है अतः तनाव न ले। कोई भी परीक्षा जीवन से बड़ा नहीं होता है यह प्रथम संकल्प ले। तनाव तब लीजिए जब आपको दो रोटी खाने नही मिल रहा हो। दूसरा संकल्प ले अपनी संगत अच्छी रखे। कैकई का मंथरा से संगत था तभी वो उनकी बात में आकर श्रीराम को चौदह वर्ष का वनवास दिलाया। तीसरा संकल्प ले आप किताब पढ़िए वह ज्ञान का सागर है, ज्ञान आपकी जिंदगी बदल देगी। अपने माता पिता को समय दे।
उन्होंने अपने बारे में बताया कि बावन परीक्षा देकर पैतालीस परीक्षा में फेल हुए तथा अंतिम आठ परीक्षा पास किए और कुलसचिव के लिए प्रथम स्थान प्राप्त किया उन्होंने कहा जब मेहनत की पराकाष्ठा होती है तब किस्मत आपकी और बढती है। माता-पिता जिसके ऊपर अगर आप हाथ रख देंगे तो वो भगवान से भी पहले आपकी इच्छा पूरी कर देंगे अतः आप अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करिए सोशल मीडिया से थोड़ा समय निकाल कर अपने माता-पिता एवं बुजुर्गो के साथ समय बिताए।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिशा शर्मा ने कहा मनुष्य के हित से बड़ा कोई धर्म नहीं है और शिक्षा दान से बड़ा कोई दान नहीं है इन्हीं मूलभूत उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए स्वरूपानंद महाविद्यालय की नीव रखी गई। भारत 2030 तक शिक्षा के क्षेत्र में विश्व का नंबर वन देश होगा यहां के विद्यार्थी भारतीय संस्कृति से जुड़े व बौद्धिक चेतना से युक्त हो। देश का नाम रोशन करेंगे जिसमें गंगाजली शिक्षण समिति का योगदान होगा।
महाविद्यालय शैक्षणिक व अशैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया जो विद्यार्थी पुरस्कृत हुए। स्वर्ण पदक – युक्ति साहू, बीएड सर्वाच्च अंक, मधु पटवा एमएससी गणित सर्वाधिक अंक, रानू यादव एमएससी माइक्रोबायोलाजी सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी, कोमल देवांगन एमएससी माइक्रोबायोलाजी स्नातकोत्तर स्तर परीक्षा में सर्वोच्च अंक(श्री आई. पी. मिश्रा अवार्ड), बबली यादव एवं चंचल साहू बीएड स्नातक स्तर परीक्षा में सर्वोच्च अंक (श्रीमती सविता मिश्रा अवार्ड), अदिति बिहरा बीकाम तृतीय वर्ष हिन्दी में उत्कृष्ट अंक, सोनिया जायसवाल बीएससी तृतीय वर्ष बायोटेक्नोलाजी विविध हिन्दी प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट योगदान, प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।
मेरिट सूची- युक्ति साहू बीएड हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान, आशु पटेल बीएड हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में सातवा स्थान, निधि एमएससी बायोटेक्नोलाजी हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में दसवा स्थान, अदिति लेनपाण्डे एमएससी कम्प्यूटर साइंस हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में छठवा स्थान, मधु पटवा एमएससी गणित हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में चौथा स्थान, कोमल देवांगन एमएससी माइक्रोबायोलाजी हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की प्रावीण्य सूची में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।
श्रेष्ठ ग्रंथालय उपयोगकर्ता सम्मान- शैलेन्द्री मिश्रा बीएससी प्रथम वर्ष माइक्रोबायोलाजी श्रेष्ठ ग्रंथालय उपयोगकर्ता, मोहम्मद अदिल समीम बीएससी प्रथम वर्ष माइक्रोबायोलाजी श्रेष्ठ ग्रंथालय उपयोगकर्ता पर सम्मानित किया गया। एनसीसी- ऋषि राजपूत बीएससी द्वितीय वर्ष एसएसबी में सुपर 30 में चयन। खेल- कुशाल पटेल बी.ए. प्रथम वर्ष पॉवर लिफ्टिंग, देवदत्त महानंद पीजीडीसीए शतरंज स्टेट चैम्पियन।
खादी महोत्सव निबंध प्रतियोगिता – डॉ. हंसा शुक्ला प्राचार्य एवं डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी, हिंदी निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, डॉ. शमा ए. बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलाजी, अंग्रेजी निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, श्रीमती स्ंयुक्ता पाढ़ी विभागध्यक्ष अंग्रेजी, अंग्रेजी निबंध प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान मिला तथा छात्र वर्ग अब्दुल हमीद बीए प्रथम वर्ष अंग्रेजी निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मिला।
कार्यक्रम का शुभारंभ बीएड द्वितीय सेमेस्टर द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना वक्रतुंड महाकाय से हुआ संपूर्ण सभागार करतल ध्वनि से गूंज उठा। एमएससी माइक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर के स्नेहा समूह ने छत्तीसगढ़ लोक नृत्य सुआ प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। विभा समूह बीएड द्वितीय सेमेस्टर द्वारा मनमोहक गुजराती लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। बीबीए चतुर्थ सेमेस्टर मिताली समूह ने बॉलीवुड फ्यूजन नृत्य पर खूब रंग जमाया दर्शक दीर्घा से विद्यार्थी नृत्य करते नजर आए सपना समूह बायोटेक द्वितीय व चतुर्थ समूह ने जय हो शंकरा जय हो शंकरा नृत्य प्रस्तुत कर पूरे कार्यक्रम में अपनी अलग पहचान बनाई कार्यक्रम में बीकॉम अंतिम अन्य समूह ने आकर्षण दक्षिण भारतीय गीतों का मेसअप प्रस्तुत कर दर्शकों को बांधे रखा वही एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर गणित की गीतांजलि समूह द्वारा बंगाली लोक नृत्य प्रस्तुत करते ही दर्शक दीर्घा तालिया की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
अर्चिता समूह एमएससी द्वितीय सेमस्टर केमिस्ट्री व विनम्रता समूह बीकॉम द्वितीय वर्ष द्वारा बॉलीवुड गानों पर प्यूजन नृत्य प्रस्तुत करते ही पालक व छात्र झूमते नजर आए। छात्र दर्शक दीर्घा में ही जमकर डांस किया स्नेहा एमएससी माइक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर ने नब्बे दशक के गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर पुराने सदाबहार गीतों की याद को ताजा कर दिया फैशन शो की थीम पंचतत्व रखा गया जिसमे विद्यार्थियों ने पृथ्वी के अलग अलग पांच तत्वों व पृथ्वी में अपनी महत्ता को प्रदर्शित किया व पांच भूतो के स्वामी श्री वंदना कर्पूर गौरव करुणावताराम से समाप्त हुआ। कार्यक्रम की मनोहर श्रृंखला से महाविद्यालय प्रांगण तालिया के गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
कार्यक्रम में डॉ. व्ही सुजाता, प्राचार्य जगदगुरू शंकराचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन अमिताभ दास, प्राचार्य श्री शंकराचार्य विद्यालय, पालक संघ अध्यक्ष ज्योत्सना श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित हुए। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. शमा ए. बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी स.प्रा. अंग्रेजी हितेश सोनवानी, फिजा परवीन स.प्रा. वाणिज्य ने किया एव धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पूनम निकुंभ विभागाध्यक्ष.शिक्षा विभाग ने दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त छात्राएं व प्राध्यापक उपस्थित हुए।

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