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स्वरूपानंद महाविद्यालय गणित विभाग ने रामानुजनचार्य के योगदान को किया याद…

स्वरूपानंद महाविद्यालय गणित विभाग ने रामानुजनचार्य के योगदान को किया याद

भिलाई। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय गणित विभाग द्वारा, राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर गणित के क्षेत्र में “रामानुजन का योगदान” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
डॉ. मीना मिश्रा, विभागाध्यक्ष गणित ने बताया आज का दिन श्रीनिवास रामानुजन को नमन करने का दिन है जिन्होनें गणित में किसी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं लिया था लेकिन अपने जूनून और रूचि के दम पर उन्होंने दूनिया भर में नाम कमाया उनके जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते है, कि गणित हमें प्यार जोड़ना या नफरत घटाना नहीं सिखाता लेकिन यह हमें उम्मीद देता है कि हर समस्या का समाधान है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी डॉ. दीपक शर्मा ने कहा सभी समीकरण का हल है यह रामानुजन ने सिद्ध किया है वे महान गणितज्ञ थे उनका जीवन अनुकरणीय है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने गणित विभाग की सराहना करते हुये कहा रामानुजन को गणित विषय में रूचि थी वे बारहवी में अन्य विषय में दो बार फेल हो गये जिस स्कूल में वे दो बार फेल हुये थे उस स्कूल का नाम रामानुजन के नाम पर है यही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
त्रिलोक, बीएससी द्वितीय वर्ष ने रामानुजन के खोजों के बारे में जानकारी दी व बताया उन्होंने संख्या, सिद्धांत, गणितीय विश्लेषण तथा अनंत श्रृखला से संबंधित समीकरण व सूत्र दिये। पूजा, बीएससी द्वितीय वर्ष ने उनके जन्म, शिक्षा व परिवार की जानकारी दी। लक्ष्मी, बीएससी द्वितीय वर्ष गणित में रामानुजन का सबसे बड़ा योगदान रामानुजन संख्या अर्थात् 1729 यह एक ऐसी संख्या जिसका दो अलग-अलग तरीकों से दो घनों के रूप में लिखा जा सकता है के बारे में जानकारी दी।
मनीश सिंह, बीएससी प्रथम वर्ष ने सूत्र और समीकरण के क्षेत्र में रामानुजन के योगदान को रेखांकित किया वही ईशा सिंदे ने बताया श्री रामानुजन ने लगभग 3900 समीकरणो का संकलन है, पर उनका सबसे महत्वपूर्ण कार्य पाई की अनंत श्रेणी शामिल है। लेमन शिवाना, बीएससी प्रथम वर्ष खेल सिद्धांत में रामानुजन के योगदान को बताया।
कार्यक्रम के मंच संचालन व धन्यवाद स.प्रा. टी. बबीता विभागाध्यक्ष भौतिकशास्त्र ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. गणित कामिनी वर्मा स.प्रा. लीना रावटे, स.प्रा. मधुपटवा ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के गणित संकाय के प्राध्यापक व विद्यार्थी शामिल हुए।

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