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स्वरूपानंद महाविद्यालय में सांझा चूल्हे से साकार हुआ सामाजिक सदभाव…

स्वरूपानंद महाविद्यालय में सांझा चूल्हे से साकार हुआ सामाजिक सदभाव…

सांझा चूल्हे में भीनी-भीनी व्यंजनों की खुशबू से महका …

भिलाई । महाविद्यालय परिसर अवसर था जातिगत भेदभाव निवारण समिति एवं शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित सांझे चूल्हे के आयोजन का जिसमें सभी शिक्षकों व प्राध्यापकों से घर से एक-एक कटोरी आटा, सूजी, घी, चना मंगाया गया तथा महविद्यालय परिसर में प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों ने साथ मिलकर रोटी, छोले और हलवा बनाया तथा साथ मिलकर खाने का आनंद उठाया।
जातिगत भेदभाव निवारण समिति की संयोजक डॉ. अजरा हुसैन ने बताया सामाजिक भेदभाव से दूर हम सब एक है की भावना विकसित करने के उद्देश्य से साँझा चूल्हे का आयोजन किया गया जिससे धर्म व जाति से उपर उठकर हम सम्प्रदायिक सदभाव का मिसाल कायम कर सके।
स.प्रा. मोनिका मेश्राम, सदस्य जातिगत भेदभाव निवारण समिति में समिति गठन के उद्देश्य बताते हुए कहा स्वरूपानंद महाविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्णायक आरक्षित वर्ग के लिये बनाई नीतियो और कार्यक्रमों के निगरानी करने, भेदभाव को दूरकर समानता को बढ़ावा देने, सभी विद्यार्थियों को विकास के लिये समान अवसर प्रदान करने व इन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु विविध कार्यक्रमों का आयोजन करने के उद्देश्य से जातिगत भेदभाव समिति का गठन किया गया जिसके सौजन्य से साँझा चूल्हा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया तथा कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि भारत विभिन्नताओं का देश है जहां अनेक जाति व सम्प्रदाय के लोग निवास करते है जिसमें सांस्कृतिक विभिन्नता होते हुये भी भावात्मक एकता है व मूलरूप से हम सब भारतीय है। साँझा चूल्हे का अर्थ साथ मिलकर खाना बनाना और खाने से होता है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं मोनिषा शर्मा ने साँझा चूल्हे को एकता का प्रतीक कहा और विभाग को आयोजन हेतु बधाई दी।
इस अवसर पर शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिये मनोरंजक खेल का आयोजन किया गया जिसमें करे कोई भरे कोई, नम्बर गेम, जिसकी जूता उसकी शान आदि प्रमुख थे।
कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. मोनिका मेश्राम ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. दुर्गावती मिश्रा स.प्रा. शिक्षा विभाग ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक व बीएड विद्यार्थी शामिल हुए।

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