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कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे “जल मितान – कौशल विकास कार्यक्रम की समीक्षा की…
कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे “जल मितान – कौशल विकास कार्यक्रम की समीक्षा की
जल मितान युवा उद्यमियों द्वारा वन स्टॉप सॉल्यूशन के तहत गांव में जल जीवन मिशन योजना के संचालन और रखरखाव का कार्य किया जा रहा है
– विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर 8 जल मितानों ने 3 माह में कमाए लगभग 3 लाख रुपए
दुर्ग । कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने शुक्रवार 28 जुलाई को कलेक्टर कक्ष में जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे “जल मितान – कौशल विकास” कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली। जल जीवन मिशन के अंतर्गत योजना के पूर्ण होने के पश्चात नियमित रख- रखाओ और सञ्चालन ग्रामीणों द्वारा ही किया जाना है। इस सम्बन्ध में ग्राम द्वारा चयनित प्रतिभागियों को जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, एवं हेल्पर 3 ट्रेड में एक दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है जिन्हे हम “जल मितान” कहते है। साथ ही जल मितान को बहु कौशल बनाने एवं उद्यमिता (स्व-रोजगार) से जोड़ने हेतु जल जीवन मिशन छत्तीसगढ़ एवं यूनिसेफ के सयुक्त तत्वाधान से ” जल मितान – युवा उद्यमी ” पहल भी की गयी है जिसके तहत विभाग द्वारा प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त जल मितानो को यूनिसेफ द्वारा 12 तथा 21 दिवसीय, विशिष्ट एवं उद्यमी प्रशिक्षण दिया जाता है। दुर्ग जिले में इस परियोजना की तहत अब तक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 117 जल मितान को प्रारंभिक प्रक्षिक्षण दिया गया है। जिनमे से यूनिसेफ द्वारा 51 जल मितानो विशिष्ट बहु कौशल प्रक्षिक्षण एवं 8 जल मितानो को उद्यमी प्रक्षिक्षण दिया गया है जो की बहुत ही सफल पाया गया है। उद्यमी प्रशिक्षिण के पश्चात जल मितान की अधिकतम आय 3 हजार रुपये एवं औसतन आय 19 हजार रुपये प्रति माह तक की कमाई कर रहे है। कलेक्टर श्री मीणा द्वारा इस परियोजना को आगे बढ़ाने और जिले स्तर पर प्रत्येक ग्राम पंचायत से जल मितान के कौसल विकास हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए है।