चार साल में लोगों की आय में वृद्धि, स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और संस्कृति के संरक्षण के क्षेत्र में हुए कार्य: भूपेश बघेल
चार साल में लोगों की आय में वृद्धि, स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और संस्कृति के संरक्षण के क्षेत्र में हुए कार्य: भूपेश बघेल
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर में शिखर सम्मेलन‘ कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की, उनसे छत्तीसगढ़ के अहम विषयों के बारे में चर्चा हुई। श्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का माताजी का देहावसान हुआ है। माता की मृत्यु बड़ी पीड़ा दायक स्थिति होती है। इस समय कोई अन्य व्यक्ति सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर अंतिम संस्कार के पश्चात् होने वाले क्रियाओं में शामिल होता। मगर मोदी जी ने प्रधानमंत्री के रूप में जिम्मेदारी को सर्वोच्च रखते हुए वापस अपने कार्य में लौट गए और पूर्व की तरह अपने शासकीय कर्तव्यों का निर्वहन किया, ऐसे विरले ही होते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के चार साल पूर्ण हो गए है। हमने इस अवधि में कई महत्वपूर्ण कार्य किए है। यदि हम प्रमुख उपलब्धियों की बात करें तो हमने सबसे पहले सभी वर्गों चाहे किसान, मजदूर या अन्य हो सभी की आय में बढ़ोत्तरी हो इसके लिए प्रयास किया हैं। हमारी योजनाओं से उनकी जेब में सीधा पैसा जा रहा है। हमारी दूसरी उपलब्धि के रूप में सबको अनाज मिले इसके लिए योजना बनाई। बीपीएल के साथ एपीएल श्रेणी के भी राशनकार्ड बनाये गए है। मुख्यमंत्री ने तीसरी उपलब्धि के बारे में बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के मुख्यमंत्री विशेष मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना बनाई, जिससे 20 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा है। साथ ही हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू किए, इससे आम लोगों को हाट बाजार में दवाई और चिकित्सकीय सुविधाएं निःशुल्क मिल रही हैं।
सरकार की चौथी उपलब्धि के रूप में मुख्यमंत्री ने शिक्षा क्षेत्र में किए गए कार्यों को बताते हुए कहा कि हमारी सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के साथ विशेष रूप से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय शुरू किए जहां विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा मिल रही है। मुख्यमंत्री ने पांचवीं उपलब्धि के रूप में संस्कृति-परंपराओं के सशक्तिकरण के लिए गए कार्यों को बताते हुए कहा कि हमारी सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रमुख तीज-त्यौहारों को अलग पहचान दी। वहीं आदिवासी क्षेत्रों में देवगुड़ी का पुनरूद्धार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मिलेट मिशन पर कार्य रहे है। रागी का समर्थन मूल्य केंद्र शासन ने तय किया, पर कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य हमने तय किया। हमारे द्वारा 3000 रूपए प्रति क्विंटल तय किया। साथ भी खरीदी की भी व्यवस्था की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांकेर में मिलेट का देश में सबसे बड़ा प्लांट लगाया है, जहाँ 22 प्रकार के उत्पाद बना रहे है। साथ ही लघु वनोपज की खरीदी कर रहे है। उनका वेल्यूएडिशन भी कर रहे है। जशपुर में काजू का प्रसंकरण प्लांट लगाया गया, जिससे काजू की अच्छी कीमत मिल रहा है। महिलाओं को अच्छी आय भी हो रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुलाकात के दौरान इसकी सराहना की। मैंने उन्हें तिखुर के बारे जानकारी दी।