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MBBS से MD उसके बाद IPS बनने तक की पूरी दास्तान “बेहतर संवाद” से दुर्ग जिले के नवपदस्थ एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने साझा की….

MBBS से MD उसके बाद IPS बनने तक की पूरी दास्तान “बेहतर संवाद” से दुर्ग के नवपदस्थ एसपी डॉ अभिषेक पल्लव शेयर की….

बेहतर संवाद के सुपर एक्सक्लूसिव” इंटरव्यू के दौरान दुर्ग जिले के नव पदस्थ आईपीएस अधिकारी से होंगे  रूबरू…

दुर्ग – “बेहतर संवाद न्यूज़” के कार्यक्रम “बेहतर चर्चा” लगातार छत्तीसगढ़ में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों का एक विशेष साक्षात्कार लेकर अपने न्यूज़ पोर्टल एवं मैगजीन में प्रकाशित करते आया है। उसी कड़ी में दुर्ग जिले में नव पदस्थ आईपीएस दुर्ग पुलिस अधीक्षक के रूप में डॉक्टर अभिषेक पल्लव से विशेष बातचीत करने का मौका “बेहतर संवाद” की टीम को मिला जिस पर बेहतर संवाद ने युवा आईपीएस अधिकारी से साक्षात्कार में विभिन्न बिंदुओं पर व्यक्तिगत एवं कार्यक्षेत्र के बारे में बातचीत की प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश…

डॉक्टर अभिषेक पल्लव अपने व परिवार के बारे में बताते हुए कहते हैं कि उनका जन्म बिहार के बेगूसराय जिले में हुआ। पिताजी मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में कार्यरत रहे जो वर्तमान में रिटायर हो चुके हैं, क्योंकि पिताजी फौज में थे, वे देश के विभिन्न शहरों में रहकर  अपनी सेवाएं दी उसी हिसाब से स्कूलिंग 12वीं तक की पढ़ाई भी केंद्रीय विद्यालय से देश के विभिन्न स्थानों जैसे चेन्नई, दिल्ली, पठानकोट आदि शहरों से पूर्ण की। परिवार में माता पिता के साथ साथ एक भाई एक बहन है । अपने भाई के बारे में डॉक्टर अभिषेक पल्लव बताते है वर्तमान में भाई बालाघाट जिले में डीएफओ के पद पर पदस्थ हैं। वही बहन डॉक्टर है,पत्नी भी डॉक्टर है एक बेटा है। माता हाउसवाइफ है घर पर रहकर हम सभी का ख्याल रखती है।

वही आगे डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने बताया कि डॉक्टर बनने का सोच मन में लेकर आगे बढ़ा. और 12वी के बाद सन 2005 से 2009 तक गोवा के शासकीय मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूर्ण की, आगे एमडी की पढ़ाई के लिए एम्स दिल्ली में एडमिशन लेकर एमडी की पढ़ाई पूर्ण की कड़ी मेहनत व अथक परिश्रम से पढ़ाई कर एमबीबीएस, एमडी कर डॉक्टर बना। एमडी के बाद दिल्ली स्थित सफदरगंज के लोहिया अस्पताल में डॉक्टर के रूप में 2 साल तक अपनी सेवाएं । पर जैस जैसे समय बिता मन मे यूपीएससी की तैयारी करने का भाव जगा फिर क्या यूपीएससी की तैयारी प्रारंभ की और 2012 के यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस बना।

यूपीएससी की कठिन परीक्षा पास कर आईपीएस बने  डॉक्टर पल्लव बताते हैं कि 2012 में आईपीएस के रूप में छत्तीसगढ़ कैडर एलाट हुआ । छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद  प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में रहकर कार्य करने व सीखने को मिला। जैसे सीएसपी महासमुंद की जिम्मेदारी मिली, एडिशनल एसपी दंतेवाड़ा फिर वह दिन आया जिस दिन का इंतजार हर एक आईपीएस अफसर को कहीं ना कहीं रहता ही होगा। पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी डॉक्टर अभिषेक पल्लव को मिली बतौर पुलिस कप्तान के रूप में जांजगीर चांपा, फिर कोंडागांव, दंतेवाड़ा उसके बाद दुर्ग जिले की कमान पुलिस अधीक्षक के रूप में डॉक्टर पल्लव को मिली।

एक सवाल नक्सल क्षेत्र व शहरी क्षेत्र में किस प्रकार का डिफरेंस पुलिस कप्तान के रूप में देखते हैं? जिसके जवाब में दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने कहा कि नक्सल क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों के मुकाबले क्राइम अलग प्रकार का रहता है। जनता का सहयोग चाहिए नक्सलियों से लड़ने के लिए वहीं शहरी क्षेत्रों में मारपीट धोखाधड़ी, जमीन से संबंधित क्राइम, ऑर्गेनाइज्ड क्राईम ज्यादातर शहरी क्षेत्रों में देखने को मिलता है, शहरी क्षेत्रों में भी जनता का सहयोग चाहिए क्राइम खत्म करने के लिए।

वीआईपी जिला के बारे में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर पल्लव कहते हैं कि दुर्ग में संवेदनशील पुलिसिंग होगी जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। साइबर, फोन फ्रॉड जैसे क्राइम को लेकर पुलिस लगातार जनता के बीच जाकर अवेयरनेस कैंपन चलाएगी जिससे आम जनमानस को साइबर क्राइम से संबंधित चीजों का ज्ञान हो। ताकि धोखाधड़ी के शिकार होने से वे बच सके। वहीं पुलिस परिवार के लिए भी बेहतर कार्य किए जाएंगे जिले में पुलिसकर्मियों को मिलेगा अवकाश, आवास की परेशानियों को देखते हुए भिलाई स्टील प्लांट तालमेल बिठाकर 300 घर पुलिस कर्मियों को देने की बात की जा रही है जिससे पुलिस कर्मियों को काफी राहत मिलेगी।

दुर्ग पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि धोखाधड़ी के मामलों में एफआईआर पूर्ण जांच के बाद ही किया जाएगा एवं पारिवारिक मामलों में भी प्राथमिक की जांच के बाद ही की जाएगी कार्यवाही।

दुर्ग जैसे वीवीआइपी जिले में लायन आर्डर को लेकर दुर्ग पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्पेशल फोर्स बनाया गया है 70 पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी हैं किसी भी समय यह 70 लोगों की टीम त्वरित कार्यवाही के लिए तैयार है। जिले में ट्रैफिक एक गंभीर विषय है जिस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया ट्रैफिक सिग्नल को सुधारा जाएगा जहां जरूरत वहां लगाया जाएगा बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था बनाने का प्रयास रहेगा।

वहीं जिले का चार्ज लेते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने हमसे बात करते हुए कहा कि जिले में अवैध कारोबारियों को सख्त मैसेज कोई कितना भी ताकतवर क्यो ना हो अगर अवैध कारोबार करता पकड़ा गया तो कार्रवाई की जाएगी।

युवाओं को मैसेज के रूप में डॉ अभिषेक पल्लव ने कहां की युवा एक गोल बनाएं बेहतर कर्तव्य एवं मेहनत से गोल को पाने के लिए जुट जाएं नशे से दूर रहे समाज में हो रहे गलत कार्यों को पुलिस को बताए।

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