• Uncategorized
  • कॉन्फलूएस कॉलेज राजनांदगांव के शिक्षा विभाग के आई क्यू ए सी के तत्वाधान में विश्व जल दिवस के अवसर पर जन जागरण अभियान चलाया गया…

कॉन्फलूएस कॉलेज राजनांदगांव के शिक्षा विभाग के आई क्यू ए सी के तत्वाधान में विश्व जल दिवस के अवसर पर जन जागरण अभियान चलाया गया…


राजनांदगांव– कॉन्फ्रेंस कॉलेज में मनाया गया विश्व जल दिवस…
कॉन्फलूएस कॉलेज राजनांदगांव के शिक्षा विभाग के आई क्यू ए सी के तत्वाधान में विश्व जल दिवस के अवसर पर जन जागरण अभियान चलाया गयाl जिसमें विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के पोस्टर प्रदर्शनी एवं तत्कालीन मुद्दों जैसे जल संरक्षण के विषय को दृष्टिगत रखते हुए विषय प्रस्तुत किए ।
साथ ही साथ पानी से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर उनके संरक्षण, संवर्धन एवं संरक्षित करने हेतु संकल्प लिए ।
कार्यक्रम प्रभारी मंजू लता साहू ( शिक्षा विभाग ) ने 22 मार्च विश्व जल दिवस को मनाने के उद्देश्य एवं उनके महत्व को बताते हुए कहा कि जल संरक्षण के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है और विश्व में जल के संरक्षण के लिए अलग-अलग पहल करने की भी आवश्यकता है, उसी तारतम्य में आज विद्यार्थियों द्वारा जन जागरूकता अभियान के अंतर्गत पोस्टर प्रतियोगिता एवं तत्कालीन मुद्दों पर भाषण का आयोजन किया गया ।
विश्व जल दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कहा कि पानी की कमी, जल प्रदूषण और पर्याप्त जलापूर्ति, स्वच्छता की कमी और जलवायु के प्रभाव को यदि कम करना है तो हमें वृक्ष लगाना होगा तथा उनकी महत्व को समझना होगा, क्योंकि जल है तो कल है ।
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल ,डॉ. मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा की वैज्ञानिक अब पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर पहले पानी की खोज को प्राथमिकता देते हैं पानी के बिना जीवन जीवित ही नहीं रहेगास इस कारण सभी विद्यार्थियों से एवं प्राध्यापकों से आग्रह है कि जल का संरक्षण करें और जल को बचाने में अपनी भूमिका निभाएं ।

कार्यक्रम में सहा. प्राध्यापक विजय मानिकपुरी ने अपने विचार प्रस्तुति में कहा कि जैसे जंगलों को काटना ,वृक्षों को काटना, वायु को दूषित करना ,सबसे अधिक पानी को प्रदूषित करना, अपने घर को साफ रखने के लिए हम घर का कचरा उठाकर नदियों और नहरों में फेंक देते हैंस लेकिन वह आखिर में जल जहर बनकर हमारे पेट में जाता है और व्यक्ति बीमारियों का शिकार हो जाता है, इसलिए इन दूषित वातावरण से अपने आप को और समाज को जागरूक करना है ताकि इस प्रकार की समस्या या प्रदूषण पर्यावरण में ना फैले ।
पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता के निर्णायक सहा. प्राध्यापक विजय मानिकपुरी एवं प्रीति इंदुलकर ( विभागअध्यक्ष )शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया जिसमें प्रथम स्थान दिलपति शुभम डोंगरे (बीएड द्वितीय सेमेस्टर ) एवं द्वितीय स्थान जागरूक करने के लिए विद्यार्थियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए साथ ही साथ 9 विद्यार्थियों ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षा विभाग के प्राध्यापक गण उपस्थित रहे ।

ADVERTISEMENT