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IRS से IPS तक का सफर…. युवा IPS जितेंद्र यादव ने बेहतर संवाद से की एक्सक्लूसिव चर्चा….

IRS से IPS तक का सफर…. युवा IPS जितेंद्र यादव ने “बेहतर संवाद” से की एक्सक्लूसिव चर्चा….

दुर्ग – छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दुर्ग सीएसपी के रूप में पदस्थ युवा आईपीएस जितेंद्र यादव से “बेहतर संवाद“की सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत में जितेंद्र यादव ने तमाम व्यक्तिगत एवं कार्यक्षेत्र के पहलुओं पर हमसे चर्चा की… प्रस्तुत है संवाद के अंश…

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में जन्मे जितेंद्र यादव का बचपन जशपुर में बिता वहीं से उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली. छटवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई नवोदय विद्यालय से पुरी की. स्कूलिंग के बाद आगे की पढ़ाई करने चेन्नई चले गए जहां उन्होंने वेटरनरी डॉक्टर की पढ़ाई पूरी कर दिल्ली में वेटरनरी डॉक्टर के रूप में 1 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी. साथ ही साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारियां भी शुरू से ही आरंभ कर दी थी. वर्ष 2014 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर इंडियन रिवेन्यू सर्विस इसमें सिलेक्शन हुआ जहां 3 वर्ष तक गुड़गांव, रोहतक मे अपनी सेवाएं दी. लक्ष्य तो कुछ और ही था फिर वह समय आ गया जिस चीज का इंतजार था यूपीएससी की परीक्षा देकर आईपीएस में हुआ सिलेक्शन ट्रेनिंग हैदराबाद से पूरी कर अलग-अलग स्थानों पर ट्रेनिंग के लिए भेजा गया…. डीपीटी के रूप में बलोदा बाजार, भाटापारा मे प्रभार…. उसके बाद दुर्ग जिला में सीएसपी के रूप में पहला प्रभार मिला जिसे अब अच्छी तरह से निर्वहन करना है.

वही नम होकर आईपीएस जितेंद्र यादव बताते हैं परिवार में पापा अब साथ नहीं है वे अब इस दुनिया मे नहीं . माता व दो बड़े भाई के साथ छोटा सा परिवार है बड़े भाई गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में टीचर् के पद पर है तो वही दूसरे बड़े भाई पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं.

आगे जितेंद्र यादव बताते हैं यूपीएससी मैं सलेक्शन होकर आईएएस या आईपीएस बनना मेरा लक्ष्य था कठिन लक्ष्य को देखते हुए मैंने 12वीं से तैयारियां प्रारंभ की अपने पहले ही प्रयास में आईआरएस की परीक्षा उत्तीर्ण की. पर लक्ष्य तो कुछ और ही था.

पापा चुकी सरकारी सिंचाई विभाग में पदस्थ थे घर में एक गवर्नमेंट कल्चर के रूप में कार्य करते हुए पापा को देखा. तब से मैंने मन में सोच लिया था आईएएस या आईपीएस बनकर सपने को साकार करूँगा.वहीं माता जी हाउसवाइफ है घर पर रहकर हम सब का ख्याल रखती है.

आईपीएस जितेंद्र यादव ने युवाओं के लिए संदेश देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग सिविल सेवा में आए, पढ़ाई अच्छे से करें, बेहतर शिक्षा ले, परिस्थितियां चाहे जैसी भी हो हमेशा पॉजिटिव एनर्जी के साथ कार्य करें सफलता जरूर मिलेगी.

एक पुलिस विभाग में होने के नाते लोगों से संवाद अत्यंत आवश्यक है. संवाद स्थापित करना कुछ नया करना अपने अधीनस्थ समस्त कर्मचारियों से बेहतर संवाद स्थापित करना व साथ मिलकर कार्य करना जिससे लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके.व बेहतर पुलिसिंग कर सके.

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