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सहकारिता के क्लिष्ट कानूनों को सरल करने की दिशा में किया कार्य…. पाटन के सेलूद में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा….
सहकारिता के क्लिष्ट कानूनों को सरल करने की दिशा में किया कार्य….
पाटन के सेलूद में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा….
96 लाख रूपए की लागत से बेमेतरा में सहकारी बैंक के शाखा भवन के निर्माण की घोषणा…
दुर्ग – सहकारिता के कानून इतने क्लिष्ट होते थे कि आम जनता को समझ में नहीं आते थे, जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी होती थी। हमने सरकार में आते ही इन कानूनों को सरल करने के लिए कहा ताकि आम जनता को भी यह आसानी से समझ में आएं और उनके लिए सहकारिता से लाभ उठाना आसान हो। इसके साथ ही हमने धान खरीदी केंद्रों की संख्या को भी बढ़ाया ताकि जनता को किसी तरह की असुविधा ना हो। पहले 2000 धान खरीदी केंद्र थे, अब इनकी संख्या 2300 हो गई है। इसके साथ ही पहले किसानों को तहसील केंद्र तक आने में काफी दूरी तय करनी पड़ती थी। हमने नए तहसील बनाए और अब 222 तहसीलों के माध्यम से किसानों को सुविधा आसान हो गई है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर धान खरीद और सहकारिता आंदोलन की चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला ऐसा राज्य है, जिसने सहकारिता के महत्व को समझा यहां सोसाइटी के माध्यम से धान की खरीदी आरंभ हुई, जिसके लिए वासुदेव चंद्राकर जैसे पुरखों का बहुत बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल हमने किसानों के लिए कर्ज माफी की अपितु साथ ही सिंचाई कर भी माफ किया, इसके साथ ही स्व-सहायता समूहों का कर्ज माफ किया। भूमिहीन कृषकों के लिए योजना लाई। नरवा,गरवा,घुरवा, बाड़ी के माध्यम से हम तेजी से ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में गोबर से बिजली बनाने के संबंध में भी विचार हो रहा है। इसके अलावा गौठान के गोबर की बिजली से गांव की स्ट्रीट लाइट, हालर मिल आदि, इसी बिजली से चल सकेगी। उन्होंने कहा कि गौठान आत्मनिर्भर ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में विकसित हो रहे हैं जिससे स्थानीय महिलाओं को रोजगार की नई संभावनाएं विकसित हो रही है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 96 लाख रुपये की लागत से बेमेतरा में मुख्यालय में नए सहकारी बैंक के शाखा भवन के निर्माण की घोषणा भी की। इस मौके पर सहकारिता मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम प्रदेश में हो रहा है। मोबाइल बैंकिंग आदि सुविधाओं का लाभ सहकारी बैंक प्रदान कर रहा है जिससे उपभोक्ताओं को खासा लाभ हुआ है, इसके साथ ही किसानों को सुविधा देने के लिए अनेक योजनाएं शासन द्वारा आरंभ की गई है। इस मौके पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में एक नारा चलता है, बिन सहकार नहीं उद्धार सहकारिता के माध्यम से हम एक मजबूत राज्य का निर्माण कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौठान के माध्यम से ग्रामीण विकास की जो दिशा दी है, वह बेहद महत्वपूर्ण है। समूह की महिलाएं इन स्थानों में आर्थिक गतिविधियों में संलग्न होकर बेहतर आय हासिल कर रही हैं। अपने संबोधन में कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने कहा कि दुर्ग जिला सहकारिता के मामले में मार्गदर्शक रहा है। सहकारिता आंदोलन में ही यहां पर खेती किसानी को मजबूती दी है, छत्तीसगढ़ की सरकार ने सहकारिता को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कार्य किया है और मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में इस दिशा में बहुत अच्छा काम हो रहा है। सभा को दुर्ग विधायक श्री अरुण वोरा, विधायक श्री कुंवर निषाद बालोद संजारी विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बैंक के चेयरमैन श्री बैजनाथ चंद्राकर ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि बैंक द्वारा अपने उपभोक्ताओं को आधुनिक बैंकिग से संबंधित समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में यह कार्य किया गया है। इस मौके पर बैंक के जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री जवाहर वर्मा ने बैंक की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैंक की 62 शाखाएं और 392 उपार्जन केंद्र धान खरीदी में लगे हुए हैं। बैंक द्वारा मोबाइल बैंकिंग के साथ ही माइक्रो एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। किसानों की डिमांड पर नई शाखाएं भी आरंभ की गई हैं। बैंक किसानों की हर जरूरत के लिए पूरी तरह से खड़ा है। बैंक की सीईओ श्रीमती अपेक्षा व्यास ने भी बैंक की गतिविधियों के बारे में बताया। इस मौके पर बेमेतरा विधायक श्री आशीष छाबड़ा, नवागढ़ विधायक श्री गुरूदयाल बंजारे, पूर्व विधायक श्री प्रदीप चौबे, श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, जिला मंडी बोर्ड अध्यक्ष श्री अश्वनी साहू उपस्थित थे। इसके साथ कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे व एसपी श्री बद्री नारायण मीणा उपस्थित थे।
*किया गया वितरण*-इस कार्यक्रम में 311 समितियों के 5000 प्रतिनिधि शामिल हुए। सहकारिता सम्मेलन में कृषि विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं से संबंधित स्टॉल भी लगाए गए थे। कार्यक्रम में देवरबीजा बैंक शाखा में 40 लाख की लागत से बने एटीएम का शुभारंभ किया गया। वही 15 लाख की लागत से बने तरौद खाद गोदाम का भूमि पूजन भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा किया गया। पहांदा के शहीद परिवार के परिजनों को 20 लाख रूपए का चेक प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने सेलूद और पतोरा के स्व-सहायता समूह नया सवेरा और सत्य कबीर की महिलाओं को वर्मी कंपोस्ट के वितरण से प्राप्त लाभांश राशि का चेक दिया। जो कि क्रमशः 37 हजार 597 रूपए और 48 हजार 75 रुपए का है। उन्होंने स्व-सहायता समूह की महिलाओं को गोधन न्याय योजना सही दिशा देने के लिए बधाई दी।
नंदोरी धान केंद्र में अपने कर्तव्य के लिए जान गवाने वाले चौकीदार स्वर्गीय हरि शंकर वर्मा की पत्नी श्रीमती रेखा वर्मा को आज सहकारी बैंक द्वारा 1 लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान की गई। वर्ष 2020-21 में धान उपार्जन में शून्य प्रतिशत शॉर्टेज वाली कुल 19 समितियों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेंश बघेल ने समिति के अध्यक्ष् एवं प्रबंधक को प्रशस्ति पत्र का वितरण किया।
जिला दुर्ग समिति से सिरसा, कोड़िया, कोहका, सोरम, पंदर, उतई भरर, ठेंगाभाट, देवरी (धमधा), रहटादाह, बरहापुर, कन्हारपुर, खिलौराकला, गोढ़ी, नंदौरी शामिल थे। जिला बालोद समिति से खप्परवाड़ा, गुरेदा, सिब्दी, पेण्ड्री शामिल थे।